3 विधायकों को पार्टी से निकाला पर इन 4 के खिलाफ नहीं लिया एक्शन! अखिलेश ने क्यों किया ऐसा?
UP News: सपा चीफ अखिलेश यादव ने आज 3 विधायकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसी के साथ अखिलेश यादव ने 4 विधायकों को राहत दी और उनके खिलाफ एक्शन नहीं लिया. जानिए कौन हैं वो सपा विधायक? जो बच गए.
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UP News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बड़ा फैसला लिया. अखिलेश यादव ने 3 समाजवादी पार्टी विधायकों को पार्टी से निकाल दिया. सपा चीफ ने सपा विधायक अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पांडेय के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. माना जा रहा है कि सपा के निशाने पर पार्टी के ही 7 विधायक थे. मगर अखिलेश यादव ने सिर्फ 3 विधायकों पर ही एक्शन लिया. ऐसे में सवाल ये है कि बाकी 4 विधायक कौन हैं, जिनपर एक्शन नहीं लिया गया और वह क्यों निशाने पर थे?
किन विधायकों पर नहीं हुआ एक्शन?
बता दें कि सपा विधायक अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पांडेय के साथ-साथ सपा विधायक राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य भी पार्टी के निशाने पर थे. मगर फिलहाल अखिलेश यादव ने इन चारों विधायकों को राहत दी है और इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है.
क्यों पार्टी के निशाने पर थे ये सभी विधायक?
दरअसल ये पूरा मामला साल 2024 में हुए राज्यसभा चुनाव से जुड़ा हुआ है. राज्यसभा चुनाव में सपा के इन 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके पार्टी को नुकसान पहुंचाया था. इनके बागी तेवरों का फायदा भाजपा को मिला था और भाजपा के 8वें राज्यसभा उम्मीदवार संजय सेठ चुनाव जीत गए थे. दूसरी तरफ सपा के तीसरे राज्यसभा उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद से ही माना जा रहा था कि इन सातों विधायकों पर पार्टी की नजर थी.
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सपा ने ट्वीट करते हुए ये भी कहा
दरअसल समाजवादी पार्टी की तरफ से जो ट्वीट सामने आया है, उसमें लिखा हुआ है, ‘शेष की समय-सीमा अच्छे व्यवहार के कारण शेष है’. ये साफ दिखाता है कि पार्टी के निशाने पर उसके और भी विधायक हैं. मगर फिलहाल अच्छे व्यवहार के कारण उनपर सपा चीफ अखिलेश यादव ने कोई एक्शन नहीं लिया है. माना जा रहा है कि जिन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है, उनमें सपा विधायक राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य शामिल हैं.
पीडीए विरोधी विचार का दिया साथ- सपा
सपा ने ट्वीट करके 3 विधायकों को निकालने का जो कारण बताया है, उनमें विपरीत साम्प्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता का साथ देना, किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और पीडीए विरोधी विचारधारा का साथ देना बताए गए हैं. इसके आगे सपा ने लिखा है कि ‘इन लोगों को हृदय परिवर्तन के लिए दी गयी ‘अनुग्रह-अवधि’ की समय-सीमा अब पूर्ण हुई, शेष की समय-सीमा अच्छे व्यवहार के कारण शेष है.