सपा चीफ अखिलेश यादव ने इटावा में लहराया तिरंगा और सीधे पीएम मोदी को UP से दिया ये संदेश

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Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के बाद एक बार फिर बीजेपी सरकार पर निशाना…

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Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के बाद एक बार फिर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. स्वतंत्रता दिवस पर इटावा के सैफई अपने गांव पहुंचे अखिलेश यादव ने वहां आयोजित कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. इसी के साथ अखिलेश ने सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी के बयानों का भी जवाब दिया.

अखिलेश ने पीएम मोदी को UP से दिया ये संदेश

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, ‘देश में मणिपुर जैसी डरावनी हिंसक घटनाएं दोबारा ना हो इसका संकल्प हर देशवासी को लेना पड़ेगा. जो घटना मणिपुर प्रदेश में हुई किसी भी देश में ऐसा नहीं हुआ होगा. वहीं आज के दिन हम लोगों को यह भी अपील करनी चाहिए कि मणिपुर के लोग जिस सद्भावना के साथ प्रेम के साथ जिस तरीके से मिलजुल कर रह रहे थे वैसे ही रहें और इस तरह की घटना दोबारा ना हो. देश के किसी भी कोने में इस तरीके का व्यवहार किसी भी बेटी के साथ महिला के साथ ना हो.’

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अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘हमारे देश की दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी है. नौजवानों की संख्या भी बढ़ी है. जहां किसान खुशहाल हों, वहीं हर नौजवान के हाथ में नौकरी और रोजगार कैसे पहुंचे, पढ़ाई और शिक्षा का स्तर कैसे बेहतर हो, जो स्वास्थ्य सेवाएं हैं वह हम गरीबों को कैसे मिल पाएं, सुरक्षा की भावना कैसे पैदा हो, इसपर काम होना चाहिए.’

अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘हमारे देश की पहचान है कि हम अलग-अलग भाषा अलग-अलग प्रदेश के हैं. हमारे देश में जो यूनिटी और डाइवर्सिटी है उसको लेकर भी हमें चलना होगा. दुनिया बहुत आगे बढ़ी है जिस रूप में हमारा देश आजाद हुआ था जो हमारी सीमाएं थी, वह सिकुड़ी हैं. हमें भी यह संकल्प लेना चाहिए कि जिस कुर्बानी और संघर्ष के बाद हमें आजादी मिली है, तो हमारा देश मजबूत हो, वैसे ही हमारी सीमाएं सुरक्षित हों.’

अर्थव्यवस्था के दावों पर उठाए सवाल

अर्थव्यवस्था के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘भारत की इतनी आबादी है, लोगों की आगे बढ़ने की इच्छा है, सरकार अपना योगदान कम भी दे, उसके बावजूद यहां की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है. लोकतंत्र में जो स्वतंत्रता होती है, उसमें हम कहां खड़े हैं? प्रेस की आजादी में हम कहां खड़े हैं? हम भ्रष्टाचार में कहां खड़े हैं ? लाल किले से कही जाने वाली बातों में जो निर्णय हो मानवतावादी हो. हमेशा हम लोगों ने कहा है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हम सब हैं भाई भाई.’

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