एशिया की सबसे ज्यादा सोने से सजी अलीगढ़ की जामा मस्जिद को लेकर फंस गया पेच!

अकरम खान

उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों की मस्जिदों में मंदिर खोजने के विवाद में एक नया नाम जुड़ गया है. अब अलीगढ़ की ऐतिहासिक जामा मस्जिद भी ऐसे ही विवादों में फंसती नजर आ रही है.

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aligarh jama masjid

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अलीगढ़ की ऐतिहासिक जामा मस्जिद, जिसे एशिया की सबसे ज्यादा सोने से सजी मस्जिद माना जाता है, अब विवादों में फंस गई है. इसे लेकर सिविल कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसमें दावा किया गया है कि मस्जिद के स्थान पर पहले बौद्ध स्तूप, शिव मंदिर और जैन मंदिर मौजूद थे.
 

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आरटीआई एक्टिविस्ट पंडित केशव देव गौतम ने न्यायालय में याचिका दाखिल की है. उनका कहना है कि यह स्थान पहले हिंदू राजाओं का "बाला किला" था, जिसे कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के जरिए जामा मस्जिद में बदल दिया गया.
 

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गौतम ने पुरातत्व विभाग से आरटीआई के जरिए जानकारी हासिल की. उनके अनुसार, विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि मस्जिद के स्थान पर पहले बौद्ध स्तूप, जैन मंदिर और शिव मंदिर थे. इन तथ्यों के आधार पर उन्होंने मस्जिद को "बेदखल" करने की मांग की है.
 

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सिविल जज के न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई के लिए 15 फरवरी की तारीख तय की है. अब यह मामला धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का विषय बन गया है, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं.
 

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जामा मस्जिद का निर्माण मुगल गवर्नर साबित खान ने 1724 में शुरू करवाया था, जो 1728 में पूरा हुआ. इस मस्जिद में 17 गुम्बद और तीन मुख्य प्रवेश द्वार हैं. इसकी खासियत यह है कि इसकी गुम्बदों पर सोने की परत चढ़ी हुई है.
 

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इस मस्जिद की ख्याति इतनी है कि इसे टीवी शो "कौन बनेगा करोड़पति" में भी उल्लेखित किया गया. अमिताभ बच्चन ने इसे एशिया की सबसे ज्यादा सोने से सजी मस्जिद बताया था. इसके बाद यह मस्जिद और भी चर्चा में आ गई थी.
 

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आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा कोर्ट में याचिका दाखिल किए जाने के बाद जामा मस्जिद एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. धार्मिक और ऐतिहासिक दावों ने इस मस्जिद को चर्चा के केंद्र में ला दिया है.
 

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अब सबकी नजरें 15 फरवरी को होने वाली सुनवाई पर हैं. अदालत के फैसले से यह तय होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाएगा और इसका ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व क्या साबित होगा.

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