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बारिश के बाद बंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) में सड़क के धंसने और कथित तौर पर एक कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश सरकार को लगातार घेर रहे हैं. योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' के तंज भरे जवाब के बाद अखिलेश यादव ने फिर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है. एक वीडियो ट्वीट कर अखिलेश यादव ने कहा है- नवीनतम खंडहर!
एक्सप्रेस वे की धंसती सड़क और पड़ रही दरार पर एक वीडियो शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है- ''ये हैं भाजपा के तथाकथित नवीनतम विकास के नवीनतम खंडहर! बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की ये जो दरार है दरअसल ये भाजपा का भ्रष्टाचार है. जनता को नफरत की राजनीति में झोंक कर विकास के नाम पर आटे तक पर वसूले जा रहे पैसों से क्या ऐसा ही विकास होगा. कारवां ठहर गया… वो सरकारें तोड़ते रहे…''
ध्यान देने वाली बात है कि इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि 'ये है भाजपा के आधे-अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमूना… उधर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया ही था कि इधर एक हफ़्ते में ही इस पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए. अच्छा हुआ इस पर रनवे नहीं बना.'
इसके बाद नंद गोपल नंदी ने जवाब में ट्वीट कर कहा- ''@yadavakhilesh जी सुना है आप ऑस्ट्रेलिया से पढ़कर लौटे हैं. अलग बात है कि आप अपने को गूगल मैप का बड़ा जानकार बताते हैं. लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की मर्यादा के अनुसार थोड़ा लिखकर फिर पढ़कर पोस्ट करना चाहिए! कम से कम बेसिक टेक्निकल नॉलेज तो आपको होनी ही चाहिए.''
साथ ही नंदी ने ट्वीट करते हुए ये भी कहा- ''बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के पश्चात विभिन्न तकनीकी परीक्षण कराए जा रहे हैं. स्ट्रेट-एज एवं प्रोफाइलोमीटर से सतह असमानता की जांच एवं जहां कहीं भी असमानता है उसको दूर करने के लिए विशिष्टियों के अनुसार आयताकार भाग में पूर्व प्रयुक्त सामग्री को हटाकर दोबारा सरफेस लेयर का कार्य किया जा रहा है! मेरी आपको सलाह है कि अपने अल्पज्ञानी सलाहकारों के अधकचरे ज्ञान के भरोसे राजनीति न करें.''
जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर माधोगढ़ के चिरिया सलेमपुर में भारी बारिश के चलते गहरा गड्ढा होने पर पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक्सप्रेसवे की निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं.
सड़क धंसने का वीडियो ट्वीट कर वरूण गांधी ने कहा- "15 हजार करोड़ की लागत से बना एक्सप्रेसवे अगर बरसात के 5 दिन भी ना झेल सके तो उसकी गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं. इस प्रोजेक्ट के मुखिया, सम्बंधित इंजीनियर और जिम्मेदार कंपनियों को तत्काल तलब कर उनपर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी."