उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अपने भोजपुरी गाने ‘यूपी में का बा’ के जरिए लगातार यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर रही हैं. इसी कड़ी में नेहा ने मंगलवार, 25 जनवरी को ‘यूपी में का बा पार्ट-2’ गाने को रिलीज किया. आपको बता दें कि नेहा ने इससे पहले ‘बाबा के दरबार बा, खतम रोजगार बा…यूपी में का बा’ गाने को रिलीज किया था, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था.
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नेहा इस नए गाने के बोल हैं, “खेती के पूंजी जर गइले, गन्ना सब सढ़वा चर गइले…नेता नगरी के काला चिट्ठा, अबकी खुले जातबा…अरे का बा यूपी में का बा.”
गाने को जारी करने के बाद नेहा ने कहा, “आलोचना लोकतंत्र का साबुन है. इसकी सहज स्वीकार्यता लोकतंत्र को स्वस्थ और निर्मल बनाती है. आलोचना की स्वीकार्यता लोकतंत्र के स्वास्थ्य का अच्छा पैमाना भी है. तो आपका प्रिय नेता कोई भी हो, अगर वो अपनी आलोचना स्वीकार नहीं कर पाता, तो उसमें तानाशाह के लक्षण मौजूद हैं. ऐसे व्यक्ति का बचाव करके अपना और अपने देश का भविष्य कभी खतरे में मत डालियेगा.”
लोक गायिका ने आगे कहा,
“इस वक्त मैं वही काम कर रही हूं जो देश की मीडिया को करना चाहिए था. मीडिया का बड़ा हिस्सा सरकारों के तलवे सहलाने में लगा हुआ है, ऐसे में किसी न किसी को ये जिम्मेदारी लेनी ही थी. क्या ये झूठ है कि कोरोना की दूसरी लहर में लाखों लोगों की मौत सरकारों की बदइंतजामी की वजह से हुई थी? क्या प्रदेश के मंत्रिपुत्र ने किसानों पर गाड़ी नहीं चढ़ा दी? क्या रोजगार की कमी से युवा परेशान नहीं है? मुझे बताइए क्या गलत कह दिया मैंने? जिम्मेदारी तो उसे ही लेनी होगी जो सत्ता में है. इन गलतियों की पुनरावृत्ति नहीं होगी, ये आश्वासन भी देना होगा.”
नेहा सिंह राठौर
नेहा ने कहा, “योगी आएं चाहे अखिलेश या चाहे मायावती ही आ जाएं, मुझे इससे क्या लेना-देना! यूपी में कौन आएगा, ये यूपी के वोटर तय करेंगे. मुझे फर्क सिर्फ इस बात से पड़ता है कि एक लोक गायिका के रूप में मैं अपनी भूमिका का कितना निर्वहन कर सकी. बस.”
आपको बता दें कि गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन ने यूपी सरकार की ‘उपलब्धियों’ को गिनाते हुए एक गाना जारी किए था, जिसके बोल थे ‘यूपी में सब बा.’ नेहा सिंह राठौर के इस गाने को बीजेपी सांसद रवि किशन के गाने के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है.
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