उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष की ओर से महाकुंभ को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर मंगलवार को कहा कि कुछ लोग इसे 'वीआईपी' स्नान से जोड़कर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन सच यह है कि महाकुंभ समरसता और आस्था का संगम है, जहां जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेदभाव को खत्म करके सभी श्रद्धालु एक साथ जुड़ते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की नकारात्मकता फैलाने वाले वही लोग हैं जिन्होंने जीवन भर अति विशिष्ट व्यक्तियों को मिलने वाली सुविधाएं भोगीं (वीवीआईपी ट्रीटमेंट) हैं और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक रास्ता खोलने का प्रयास किया था.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों की प्रासंगिकता को रेखांकित किया. मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा महाकुंभ को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, "प्रयागराज में 29 दिन में 45 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है, जो ऐतिहासिक है.'' उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बाद दुनिया के किसी देश की आबादी 45 करोड़ नहीं है, एक अस्थाई शहर में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं का आकर डुबकी लगाना बड़ी बात है.
उन्होंने कहा, "कुछ लोग इसे ‘वीआईपी’ स्नान से जोड़कर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच यह है कि महाकुंभ समरसता और आस्था का संगम है, जहां जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेदभाव को खत्म करके सभी श्रद्धालु एक साथ जुड़ते हैं." मुख्यमंत्री ने कहा, "ये नकारात्मकता फैलाने वाले कौन लोग हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने जीवन भर अति विशिष्ट व्यक्तियों को मिलने वाली सुविधाएं भोगीं और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक रास्ता खोलने का प्रयास किया था. ये वही लोग हैं जो नकारात्मकता पैदा करके भारत और सनातन के विरोध में सदैव खड़े रहते हैं और दुष्प्रचार करने में मशगूल रहते हैं."
भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित उपाध्याय के आदर्शों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का कल्याण व विकास पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सपना था. उन्होंने कहा, "आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार पंडित उपाध्याय के सपनों को पूरा कर रही है."
सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों ने गरीबी हटाने के बड़े-बड़े नारे दिए, लेकिन गरीबों की संख्या लगातार बढ़ती रही, वहीं मोदी सरकार ने बीते 11 वर्षों में गरीबों को सशक्त बनाने का कार्य किया.
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