साड़ी की दुकान से चुराए 50 हजार रुपये, फिर सोशल मीडिया पर रील बनाकर दी फ्लाइंग किस… ऐसे सामने आया पूरा कांड

वाराणसी के चौक इलाके में साड़ी की दुकान से 50 हजार रुपये की चोरी कर आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए आग लगा दी. लेकिन चोरी के पैसों के साथ बनाई गई फ्लाइंग किस वाली सोशल मीडिया रील ने पूरा मामला उजागर कर दिया.

रोशन जायसवाल

• 09:51 AM • 28 Dec 2025

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कहते हैं अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, एक छोटी-सी गलती उसकी परतें खोल देती है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी के चौक इलाके से सामने आई यह चोरी की वारदात भी कुछ ऐसी ही है, जहां चोरों ने न सिर्फ साड़ी की दुकान से 50 हजार रुपये चुराए , बल्कि सबूत मिटाने के लिए दुकान में आग तक लगा दी. उन्हें लगा कि उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दे दिया है और अब कोई उन्हें पकड़ नहीं पाएगा. लेकिन चोरी के पैसों के साथ बनाई गई सोशल मीडिया रील ने पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. 

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दुकान में काम करने वाले युवक ने ही रची साजिश

बता दें कि यह घटना चौक थाना क्षेत्र के ब्रह्मनल इलाके की कुंजगली स्थित पुरुषोत्तम दास अग्रवाल की साड़ी की दुकान की है. पुलिस के अनुसार, आरोपी राधे यादव और उसका फुफेरा भाई जितेंद्र यादव इसी दुकान में काम करते थे. 23 दिसंबर को दोनों ने मौका देखकर दुकान से 50 हजार रुपये नकद चोरी कर लिए. इतना ही नहीं चोरी की वारदात छिपाने और इसे हादसे का रूप देने के इरादे से आरोपियों ने दुकान में माचिस से आग भी लगा दी ताकि किसी को चोरी की भनक न लगे. 

सोशल मीडिया रील बनी गिरफ्तारी की वजह

चोरी के बाद राधे यादव ने एक बड़ी गलती कर दी. उसने चोरी किए गए 50 हजार रुपये को स्टाइल में गिनते हुए, फ्लाइंग किस करते हुए एक रील बनाई और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. रील सामने आते ही पुलिस को शक हुआ और जांच के दौरान पुलिस राधे यादव के मकान तक पहुंच गई, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. 

एक आरोपी गिरफ्तार, फुफेरा भाई फरार

पुलिस ने राधे यादव को गिरफ्तार कर उसके पास से 34 हजार रुपये नकद और नीले रंग का नारजो कंपनी का मोबाइल फोन बरामद किया है. वहीं उसका फुफेरा भाई जितेंद्र यादव घटना के बाद से फरार है. पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है.

पुलिस का बयान

घटना का खुलासा करते हुए एसीपी दशाश्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी राधे यादव ने अपने फुफेरे भाई के साथ मिलकर चोरी और आगजनी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है.

एसीपी ने बताया कि दोनों आरोपी दुकान में काम करते थे और चोरी के बाद सबूत मिटाने के लिए आग लगाकर फरार हो गए थे. आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायालय भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपी की तलाश जारी है. मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

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