गाजियाबाद DM को BJP नेताओं ने भेजा चाय का पैसा, चिट्ठी में लिखा- 50₹ के हिसाब से काट लें, जानें पूरा मामला

Uttar Pradesh News : यूपी के गाजियाबाद (Ghaziabad News) के बीजेपी नेताओं ने जिलाधिकारी (डीएम) पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है. उनका कहना…

मयंक गौड़

25 Dec 2023 (अपडेटेड: 25 Dec 2023, 08:18 AM)

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Uttar Pradesh News : यूपी के गाजियाबाद (Ghaziabad News) के बीजेपी नेताओं ने जिलाधिकारी (डीएम) पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि 24 दिसंबर को जब वे गेस्ट हाउस में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए गए तो डीएम ने उन्हें अपमानित किया और सिर्फ चाय पिलाकर लौटा दिया. सीएम से नहीं मिलने दिया गया. इसीलिए उन्होंने डीएम को 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपए भेजे हैं. साथ में एक लेटर भी भेजा है, जिसमें पूरा मामला बताया गया है.

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गाजियाबाद DM पर लगा ये आरोप

फिलहाल, सोशल मीडिया पर ये लेटर काफी वायरल हो रहा है.इसमें 12 बीजेपी नेताओं के नाम लिखे हैं. इन नेताओं में पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेश संयोजक, पूर्व महानगर अध्यक्ष भी शामिल हैं. दरअसल, मामला सीएम योगी ग़ाज़ियाबाद दौरे से जुड़ा है. रविवार को उन्हें गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में शामिल होना था. इस दौरान वो जल निगम के गेस्ट हाउस में रुके थे, सुबह नौ बजे बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, पूर्व विधायक रूप चौधरी समेत कई स्थानीय नेता सीएम से मिलने पहुंचे थे.

बीजेपी नेताओं ने भेजा पैसा

बीजेपी नेताओं के मुताबिक, गाजियाबाद में सीएम योगी के कार्यक्रम के दौरान उन्हें हाथों में एक-एक फूल देकर गेट के पास ही खड़ा कर दिया गया था. वार्ता स्थल के अंदर नहीं जाने दिया गया. आरोप है कि डीएम राकेश कुमार ने उन्हें काफी देर बैठाये रखा और सीएम से मिलने नहीं दिया. शिकायत करने पर डीएम ने कहा कि आपका (नेताओं) सम्मान है, सम्मान में आपको चाय भी पिलाई गई है.

डीएम ने कही ये बात

वहीं इस मामले में डीएम राकेश कुमार सिंह ने कहा कि महानगर इकाई ने जिस प्रयोजन के लिए पुलिस को पास जारी करने की लिस्ट भेजी थी, पुलिस ने उसी प्रकार का पास जार का पास जारी किया था. Proximity Pass जारी नहीं था और ना ही मिलने का किसी के द्वारा अनुरोध किया गया था.  मेरे द्वारा उनको (बीजेपी नेताओं) पूरा सम्मान दिया गया. उनके पास जो पास था वह विदाई के वक्त सीएम के सामने खड़े होकर मुलाकात करने का था. अलग से मिलने का पास नहीं था.

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