साहब मैं जिंदा हूं...प्रयागराज में DM के पास पहुंचा कागजों पर मृत बुजुर्ग तो जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ ले लिया तगड़ा ऐक्शन

प्रयागराज में सरकारी सिस्टम की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक जिंदा बुज़ुर्ग को कागजों में मरा हुआ घोषित कर दिया गया. इस वजह से उनकी वृद्धा पेंशन बंद हो गई

Prayagraj News

पंकज श्रीवास्तव

• 10:34 AM • 03 Sep 2025

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प्रयागराज में सरकारी सिस्टम की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक जिंदा बुज़ुर्ग को कागजों में मरा हुआ घोषित कर दिया गया. इस वजह से उनकी वृद्धा पेंशन बंद हो गई. जब बुज़ुर्ग ने खुद डीएम के सामने आकर कहा कि 'साहब, मैं ज़िंदा हूं', तब जाकर यह मामला सामने आया. अब इस मामले में डीएम मनीष वर्मा ने सख्त कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत सचिव को सस्पेंड कर दिया है.

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क्या है पूरा मामला?

बहादुरपुर विकासखंड के पालिकरनपुर गांव में जन सुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग शुकरु डीएम मनीष वर्मा के पास पहुंचे. उन्होंने बताया कि वे बेहद गरीब हैं और वृद्धा पेंशन ही उनके जीने का सहारा थी. लेकिन पंचायत सचिव की गलती के कारण उन्हें कागजों में मृत घोषित कर दिया गयाऔर उनकी पेंशन रोक दी गई. शुकरु ने डीएम से गुहार लगाई कि वे उनके साथ न्याय करें.

यह सुनकर डीएम मनीष वर्मा ने तुरंत इस मामले की जांच के आदेश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी रंजिश के कारण कई लोगों की पेंशन रोकी गई है. उन्होंने अधिकारियों को सभी पेंशन धारकों की सूचियों को दोबारा ठीक से जांचने और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

क्या हुई कार्रवाई?

जांच में ग्राम पंचायत सचिव रंजना यादव की लापरवाही सामने आई. पता चला कि उन्होंने बिना सही तरीके से जांच किए ही बुज़ुर्ग शुकरु को मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद डीएम ने रंजना यादव को निलंबित कर दिया. इसके अलावा, तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी (समाज कल्याण) के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को तुरंत शुकरु की पेंशन बहाल करने का भी आदेश दिया है.

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