उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सूबे के 16 वरिष्ठ IAS अधिकारियों का तबादला कर दिया है. इस ट्रांसफर लिस्ट में IAS सौम्या अग्रवाल का भी नाम शामिल है. सौम्या अग्रवाल को प्रयागराज का कमिश्नर बनाया गया है जो अब तक बरेली में पोस्टेड थीं. सौम्या अग्रवाल की गिनती तेज-तर्रार अधिकारियों में होती है. ऐसे में आइए खबर में जानते हैं कि सौम्या अग्रवाल कौन हैं और कैसे उन्होंने इंजीनियरिंग में करियर बनाने के बाद IAS बनने का सपना देखा और सिर्फ एक साल में ही UPSC की परीक्षा में 24वीं रैंक हासिल कर ली.
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कैसा रहा करियर का ग्राफ
सौम्या अग्रवाल का पूरा बचपन लखनऊ में बीता है. उन्होंने वहीं के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की है.सौम्या अग्रवाल के पिता ज्ञानचंद अग्रवाल रेलवे में सिविल इंजीनियर थे. स्कूल कंप्लीट करने के बाद सौम्या ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की. इसके बाद उन्होंने पुणें की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी भी की. कंपनी ने कुछ महीने के बाद ही एक सौम्या अग्रवाल को एक प्रोजेक्ट के लिए लंदन भेज दिया. सौम्या अग्रवाल ने दो सालों तक लंदन में नौकरी की और फिर अपने देश वापस आ गईं.
UPSC में मिली 24वीं रैंक
भारत लौटने के बाद सौम्या ने लखनऊ में रहते हुए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का मन बनाया लिया था. इस बीच उन्होंने 3 महीने तक दिल्ली की एक कोचिंग से गाइडेंस भी लिया था. एक साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने पहले ही प्रयास में 24वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी. सौम्या अग्रवाल की ये सफलता उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है जो कम समय में सही स्ट्रैटिजी के साथ तैयारी करना चाहते हैं.
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