धीरेंद्र शास्त्री इफेक्ट! वृंदावन में शराब दुकान ही बंद करा दी, ये कराने वाला दक्ष चौधरी कौन?

पंडित धीरेंद्र शास्त्री की अपील पर वृंदावन में शराब दुकान जबरन बंद करा दी गई. वायरल वीडियो में दक्ष चौधरी के नेतृत्व में दुकान का शटर गिराया गया, जिसके बाद प्रशासन ने कानून हाथ में न लेने की चेतावनी दी.

Daksh Chaudhary

यूपी तक

19 Nov 2025 (अपडेटेड: 19 Nov 2025, 12:42 PM)

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बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री की अपील के बाद वृंदावन में कुछ लोगों ने एक शराब की दुकान जबरन बंद करा दी. अधिकारियों के मुताबिक यह घटना सोमवार को हुई लेकिन सोशल मीडिया पर वीडिया वायरल होने के बाद मामला सामने आया.  वायरल वीडियो में दिल्ली से आए एक्टिविस्ट दक्ष चौधरी के नेतृत्व में युवकों का एक समूह दुकान के शटर गिराकर अंदर मौजूद ग्राहकों से दुर्व्यवहार करता दिखाई दिया.

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‘संतों की पदयात्रा के मार्ग पर है शराब की दुकान’

दक्ष चौधरी का कहना है कि यह शराब की दुकान संत प्रेमानंद जी की सुबह होने वाली पदयात्रा के मार्ग पर स्थित है. दक्ष ने कहा कि 16 नवंबर को समाप्त हुई धीरेंद्र शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा के आखिरी दिन उनके भाषण में भी इसका जिक्र हुआ था. वीडियो में लोग शहर की अन्य शराब दुकानों को भी चेतावनी देते दिखाई दिए. 

वायरल वीडियो में दक्ष ने क्या-क्या कहा?

इस घटना का वीडियो दक्ष चौधरी ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है. वीडियो में दक्ष को कहते हुए सुना जा सकता है, 'ब्रज के अंदर कोई ठेका नहीं चलने दूंगा. मैं सभी ब्रजवासियों से अपील करता हूं कि आप इस मुहीम में मेरा साथ दें. पूरे मथुरा-वृंदावन के अंदर मांस और दारु नहीं चलेगी." 

कौन है दक्ष चौधरी?

रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्ष चौधरी ने खुद को हिंदू रक्षा दल का पदाधिकारी और कट्टर 'गौरक्षक' बताया है. दक्ष की तमाम तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जिनमें वह हथियारों के साथ दिखाई दिया है. मालूम हो कि 2024 के लोकसभा चुनाव में दक्ष चौधरी कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार पर हमला कर चर्चा में आया था. 

कानून हाथ में न लें: भाजपा नेता रवि कांत

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष और भाजपा नेता रवि कांत गर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ब्रजमंडल क्षेत्र में शराब और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार जनता की भावनाओं के प्रति संवेदनशील है, लेकिन किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. 

सदर क्षेत्राधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिली है और आबकारी विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है. उन्होंने संबंधित लोगों को चेतावनी दी कि वे अपनी आपत्तियां केवल सक्षम प्राधिकरण के माध्यम से ही दर्ज करें. एसा कोई काम न करें जिससे शांती भंग हो.  

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