Lucknow Wing Commander Vyomika Singh Story: लखनऊ की साहसी बेटी विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे भारत का दिल जीत लिया है. लखनऊ के लिए यह गर्व का पल था, जब यहां की जांबाज बेटी व्योमिका सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की जबावी कार्रवाई की पूरी जानकारी दी. इस प्रेस ब्रीफिंग में उनके साथ विदेश सचिव विक्रम मिसरी और कर्नल सोफिया कुरैशी मौजदू थीं. इस ऐतिहासिक प्रेस ब्रीफिंग के बाद व्योमिका सिंह चर्चा के केंद्र हैं. खबर में आगे व्योमिका सिंह की पूरी कहानी जानिए.
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कौन हैं व्योमिका सिंह?
उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वालीं व्योमिका सिंह ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय वायु सेना (IAF) में 18 दिसंबर, 2004 को कमीशन प्राप्त किया. 13 वर्षों के भीतर व्योमिका सिंह (2017 में) विंग कमांडर के पद तक पहुंचीं. उन्हें दिसंबर 2019 में स्थायी कमीशन मिला. एक अनुभवी हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में, वह चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों को चलाने में माहिर हैं और उनके पास 2,500 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है. 2021 में उन्होंने त्रि-सेवा महिला पर्वतारोहण अभियान में माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर तिरंगा फहराया, जिसे वायुसेना प्रमुख ने सराहा था.
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एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में व्योमिका सिंह ने कहा था, "कक्षा 6 में थी जब मुझे यह एहसास हुआ. हम कक्षा में नामों के अर्थ पर चर्चा कर रहे थे. मेरा नाम व्योमिका है, व्योम का अर्थ है आकाश. एक लड़की ने चिल्लाकर कहा, तुम्हारा नाम व्योमिका है, इसका मतलब हुआ आकाश की स्वामी. बस उस दिन से, मैं पायलट बनना चाहती थी."
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