शैव, वैष्णव से लेकर सिख, बौद्ध तक…रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में ये सभी लेंगे हिस्सा

अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों-शोरों पर तैयारियां…

यूपी तक

• 05:59 PM • 15 Jan 2024

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अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों-शोरों पर तैयारियां चल रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से अलग-अलग परंपराओं से जुड़े साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है.

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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया है कि शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पात्य, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, निम्बार्क, माध्व, विष्णु नामी, रामसनेही, घिसापंथ, गरीबदासी, गौड़ीय, कबीरपंथी, वाल्मीकि, शंकरदेव (असम), माधव देव, इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, गायत्री परिवार, अनुकूल चंद्र ठाकुर परंपरा, ओडिशा के महिमा समाज, अकाली, निरंकारी, नामधारी (पंजाब), राधास्वामी और स्वामीनारायण, वारकरी, वीर शैव इत्यादि कई सम्मानित परंपराएं प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेंगी.

शास्त्रीय पद्धति और समारोह-पूर्व परंपराएं

सभी शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए, प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व शुभ संस्कारों का प्रारंभ कल अर्थात 16 जनवरी 2024 से होगा, जो 21 जनवरी, 2024 तक चलेगा.

द्वादश अधिवास निम्नानुसार आयोजित होंगे:-

-16 जनवरी: प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन
-17 जनवरी: मूर्ति का परिसर प्रवेश
-18 जनवरी (सायं): तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास
-19 जनवरी (प्रातः): औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास
-19 जनवरी (सायं): धान्याधिवास
-20 जनवरी (प्रातः): शर्कराधिवास, फलाधिवास
-20 जनवरी (सायं): पुष्पाधिवास
-21 जनवरी (प्रातः): मध्याधिवास
-21 जनवरी (सायं): शय्याधिवास

अधिवास प्रक्रिया एवं आचार्य

सामान्यत: प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सात अधिवास होते हैं और न्यूनतम तीन अधिवास अभ्यास में होते हैं. समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे. श्री गणेशवर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और दिशा-निर्देशन करेंगे और काशी के श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे.

ये गणमान्य लोग होंगे शामिल

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, उत्तर प्रदेश के आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में होगी.

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