उत्तर प्रदेश के आगरा में एक सड़क हादसे में मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा. हादसे में तीन युवकों की मौत के बाद परिजनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस बीच प्रदर्शनकारियों का पुलिस के साथ टकराव भी हो गया. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को सड़क पर प्रदरर्शन कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज करना पड़ा. करीब एक घंटे तक चले इस हंगामे के कारण सड़क पर लंबा जाम लग गया.
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क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कर कुंज कॉलोनी के पास एक सड़क हादसा हो गया.यहां एक वाहन ने बाइक सवारों को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गए. इस हादसे में गिहारा बस्ती निवासी आशुतोष और ऋतिक की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि साजन गंभीर रूप से घायल हो गया. साजन को अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई.
इसके बाद मृतकों के परिजन और गिहारा बस्ती की महिलाएं शव को लेकर सूरसदन के पास पहुंचीं. वहां उन्होंने शव को सड़क पर रखकर जाम लगाने की कोशिश की. सूचना मिलते ही हरिपर्वत थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को समझाने का प्रयास किया. परिजन मुआवजे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. पुलिस ने जब शव को हटाने का प्रयास किया तो महिलाएं आक्रोशित हो गईं. इस बीच, भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस भगदड़ में एक युवक बेहोश हो गया जिसे ई-रिक्शा से अस्पताल भेजा गया.
स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि युवक को पुलिस की लाठी लगी जिससे वह गिरकर बेहोश हो गया. इस घटना के बाद लोगों का आक्रोश और तेज हो गया. पुलिस ने मौके से हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़कर स्थिति को नियंत्रित किया.
एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि एक वाहन बाइक सवारों को टक्कर मारकर फरार हो गया था. हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें दो की मौके पर ही मौत हो गई और एक की इलाज के दौरान मृत्यु हुई. इस घटना के बाद परिजन और स्थानीय लोग शव लेकर विरोध करने आए थे. पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. लेकिन भीड़ में कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया. हालात को किसी तरह नियंत्रित कर लिया गया है. पुलिस ने बाद में शव को कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
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