अमेठी-रायबरेली को कैसे जीतेगी BJP? जेपी नड्डा की मौजूदगी में लखनऊ में हुई बैठक में बनी ये रणनीति

आशीष श्रीवास्तव

09 May 2024 (अपडेटेड: 09 May 2024, 08:20 PM)

Lok Sabha Chunav: भारतीय जनता पार्टी रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है. इसको लेकर पार्टी में गंभीर विचार-विमर्श कर रही है. इसी बीच लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में बड़ी बैठक हुई. इसमें जेपी नड्डा भी मौजूद रहे.जानिए बैठक में क्या बात हुई.

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Lok Sabha Chunav: साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी को अमेठी में हराकर अमेठी का किला फतह कर लिया था. मगर भाजपा को रायबरेली में सोनिया गांधी के सामने हार का सामना करना पड़ा था. इस बार भाजपा रायबरेली और अमेठी सीट पर जीत हासिल करना चाहती है.

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बता दें कि इसी को लेकर लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में एक अहम बैठक हो रही है. इस बैठक में रायबरेली और अमेठी सीट को लेकर गंभीर चर्चा चल रही है और इन दो सीटों को जीतने की रणनीति बनाई जा रही है.

इस बैठक की गंभीरता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि बैठक में खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद हैं. इसी के साथ इस अहम बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार में डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी. संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह भी मौजूद हैं.

भाजपा बना रही मजबूत रणनीति  

मिली जानकारी के मुताबिक, भाजपा की नजर अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और मोहनलालगंज लोकसभा सीटों पर हैं. इनमें से अमेठी और रायबरेली सीट पर मजबूत लड़ाई है. ऐसे में भाजपा ने अमेठी और रायबरेली सीट पर विजय हासिल करने के लिए गहरी रणनीति बनाई है.

मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में कम होते वोटिंग प्रतिशत पर भी गंभीर चर्चा की गई है. बैठक में वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने पर भी ध्यान देने के लिए कहा गया है. बैठक में तय किया गया है कि लोगों को अधिक से अधिक संख्या में बूथ कर ले जाया जाए.

रायबरेली से खड़े हैं राहुल गांधी

आपको बता दें कि साल 2019 में अमेठी से चुनाव हारने के बाद इस बार राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी की रायबरेली सीट से खड़े हुए हैं. दूसरी तरफ अमेठी से कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है. बता दें कि भाजपा रायबरेली सीट पर भी राहुल गांधी को हराना चाहती है. रायबरेली ही कांग्रेस का आखिरी बचा गढ़ है, जिसपर अभी तक भाजपा विजय हासिल नहीं कर पाई है.

 

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