UPPSC/Bank/Teaching Current Affairs: 25 अक्टूबर 2025 के टॉप करेंट अफेयर्स और हेडलाइंस

उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए सरकारी नौकरी और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए Daily Current Affairs का खजाना. सटीक, चुनिंदा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खबरें जो लिखित परीक्षा में प्रश्न बनकर आएंगी और इंटरव्यू में आपका आत्मविश्वास बढ़ाएंगी.

Photo: Arpita Yadav

यूपी तक

25 Oct 2025 (अपडेटेड: 25 Oct 2025, 03:51 PM)

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क्या रोजाना इतनी सारी खबरें पढ़कर उनमें से परीक्षा के लिए उपयोगी जानकारी छांटना आपके लिए सिरदर्द बन गया है? तो अब चिंता छोड़िए! UPTak.in विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए लाया है देश-विदेश के केवल वही चुनिंदा करेंट अफेयर्स जो आपकी सफलता की राह आसान करेंगे. क्योंकि हम जानते हैं, इस आधुनिक दौर में सटीक ज्ञान ही सफलता की कुंजी है.

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ये हैं आज की प्रमुख राष्ट्रीय खबरें

भारतीय नौसेना को मिली नई ताकत, स्वदेशी पनडुब्बी रोधी युद्धपोत 'माहे' बेड़े में शामिल

भारतीय नौसेना के बेड़े में स्वदेशी तकनीक से निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत 'माहे' शामिल हो गया है. कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित, यह जहाज एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW SWC) शृंखला का पहला युद्धपोत है. लगभग 80% स्वदेशी उपकरणों से लैस यह जहाज आत्मनिर्भर भारत मिशन की एक बड़ी उपलब्धि है. यह 78 मीटर लंबा युद्धपोत उन्नत टॉरपीडो, रॉकेट और सोनार सिस्टम से लैस है. 'माहे' तटीय क्षेत्रों में दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने और उनसे मुकाबला करने की नौसेना की क्षमता को अभूतपूर्व रूप से मजबूत करेगा.

150 साल पुरानी 'दरबार मूव' प्रथा जम्मू-कश्मीर में चार साल बाद बहाल

जम्मू और कश्मीर में 150 साल पुरानी 'दरबार मूव' की पारंपरिक प्रशासनिक प्रथा को चार साल के अंतराल के बाद आधिकारिक तौर पर बहाल कर दिया गया है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस ऐतिहासिक प्रथा को फिर से शुरू करने की घोषणा की है. यह परंपरा हर साल सरकारी कार्यालयों को श्रीनगर (गर्मियों की राजधानी) से जम्मू (सर्दियों की राजधानी) स्थानांतरित करती है. इसे 2021 में उच्च लागत (लगभग 200 करोड़ सालाना) के कारण रोका गया था. यह प्रथा अब सर्दियों 2025 से फिर शुरू होगी.

भारतीय मूल के सुनील अमृत को 'द बर्निंग अर्थ' के लिए मिला प्रतिष्ठित ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज

भारतीय मूल के प्रसिद्ध इतिहासकार सुनील अमृत ने अपनी महत्वपूर्ण पुस्तक 'द बर्निंग अर्थ: एन एन्वायरनमेंटल हिस्ट्री ऑफ द लास्ट 500 ईयर्स' के लिए 2025 ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज जीता है. इस पुरस्कार में उन्हें £25,000 की राशि मिली है. येल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, सुनील अमृत की यह नॉन-फिक्शन पुस्तक पिछले 500 वर्षों के पर्यावरण इतिहास और मानव अनुभवों के बीच संबंध को दर्शाती है.

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $700 अरब के पार, स्वर्ण भंडार में आया जोरदार उछाल

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) एक बार फिर $700 बिलियन का महत्वपूर्ण आंकड़ा पार कर गया है. इस उछाल का मुख्य कारण स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) के मूल्य में आई तेज वृद्धि है, जिसमें $6.1 बिलियन की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, आरबीआई द्वारा डॉलर की बिक्री के कारण विदेशी मुद्रा संपत्ति में मामूली गिरावट आई है.

UIDAI ने आधार सुरक्षा बढ़ाने और डिजिटल इनोवेशन के लिए SITAA कार्यक्रम किया लॉन्च

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार की सुरक्षा और डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्यक्रम 'सीता' (SITAA - Scheme for Innovation and Technology Association with Aadhaar) शुरू किया है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप्स और तकनीकी कंपनियों के साथ साझेदारी करके भारत के डिजिटल पहचान पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है. SITAA आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा, ताकि आधार-आधारित सेवाओं को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाया जा सके. पहले चरण में फेस लाइवनेस डिटेक्शन और कांटेक्टलेस फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन जैसी तीन प्रमुख नवाचार चुनौतियां लॉन्च की गई हैं.

ये हैं आज की प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय खबरें

डेम सारा मुलेली बनीं चर्च ऑफ इंग्लैंड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला

चर्च ऑफ इंग्लैंड (Church of England) के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर स्थापित करते हुए डेम सारा मुलेली को कैंटरबरी का नया आर्कबिशप नामित किया गया है. वह इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाली पहली महिला हैं. 63 वर्षीय मुलेली पहले एनएचएस (NHS) में मुख्य नर्सिंग अधिकारी के रूप में काम कर चुकी हैं और बाद में वह लंदन की पहली महिला बिशप बनी थीं. जस्टिन वेल्बी के इस्तीफे के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है. किंग चार्ल्स III द्वारा अनुमोदित यह नियुक्ति चर्च में समावेश और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. वह जनवरी 2026 में औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगी.

दक्षिण कोरिया जल्द तैनात करेगा 'मॉन्स्टर मिसाइल' ह्यूनमू-5

दक्षिण कोरिया इस वर्ष के अंत तक अपनी अत्यंत शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल 'ह्यूनमू-5' को तैनात करने के लिए तैयार है, जो उत्तर कोरिया के खिलाफ उसकी निवारण क्षमताओं में एक बड़ी वृद्धि है. अपनी जबरदस्त विनाशकारी शक्ति के कारण इसे 'मॉन्स्टर मिसाइल' कहा जाता है. लगभग 36 टन वजनी यह मिसाइल आठ-टन का वारहेड ले जा सकती है. रक्षा मंत्री आह्यन ग्यु-बैक ने कहा कि इसका लक्ष्य प्रायद्वीप पर 'संतुलन' स्थापित करना है.

लियोनेल मेसी ने इंटर मियामी के साथ जीता 2025 MLS गोल्डन बूट

फुटबॉल दिग्गज लियोनेल मेसी ने इंटर मियामी के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन के बाद 2025 एमएलएस गोल्डन बूट का खिताब जीत लिया है. उन्होंने मात्र 28 मैचों में 29 गोल किए, जिसमें नैशविले एससी के खिलाफ फाइनल डे की हैट-ट्रिक भी शामिल है. इस रिकॉर्ड-तोड़ सीजन के बाद मेसी अब मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर (MVP) पुरस्कार जीतने के भी प्रबल दावेदार हैं.

नासा ने पृथ्वी के अस्थायी दूसरे चंद्रमा '2025 PN7' की खोज की पुष्टि की

नासा ने पुष्टि की है कि क्षुद्रग्रह (Asteroid) 2025 PN7 अब पृथ्वी का नया 'क्वासी-मून' (अस्थायी चंद्रमा) है. यह छोटा खगोलीय पिंड हमारे ग्रह की तरह ही सूर्य की परिक्रमा करता है, जिससे यह अंतरिक्ष में पृथ्वी के साथ चलता हुआ प्रतीत होता है. हालांकि यह हमारा सच्चा चंद्रमा नहीं है, यह 18 से 36 मीटर चौड़ा है और लगभग 2083 तक पृथ्वी की कक्षा के करीब रहेगा. यह खगोलीय पिंड पृथ्वी के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन वैज्ञानिकों को यह समझने का एक दुर्लभ अवसर देता है कि क्षुद्रग्रह हमारे ग्रह के गुरुत्वाकर्षण से कैसे प्रभावित होते हैं. नासा ने अब तक केवल आठ ऐसे 'क्वासी-मून' की पुष्टि की है.

थाईलैंड की महारानी मां सिरिकिट का 93 वर्ष की उम्र में निधन

थाईलैंड की सबसे प्रिय और सम्मानित शाही हस्तियों में से एक महारानी मां सिरिकिट (Queen Mother Sirikit) का 93 वर्ष की आयु में बैंकॉक में निधन हो गया. वह पूर्व नरेश किंग भूमिबोल अदुल्यादेज की पत्नी और वर्तमान राजा महा वजिरालोंगकोर्न की मां थीं. महारानी सिरिकिट को देश के ग्रामीण विकास, पारंपरिक शिल्पों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके अटूट समर्पण के लिए जाना जाता था. उन्होंने 1976 में सपोर्ट फाउंडेशन की स्थापना की थी, जिसने ग्रामीण समुदायों के लिए आय के स्रोत पैदा किए. पर्यावरण के क्षेत्र में उनके काम के लिए उन्हें "ग्रीन क्वीन" के रूप में भी जाना जाता था. उनके निधन से थाईलैंड में एक युग का अंत हो गया है.

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