संभल से अनुज चौधरी की विदाई में दिखा गजब का नजारा, कई इंतजाम धरे के धरे रह गए और कुछ यूं निकले पहलवान अफसर

संभल में अपने कार्यकाल के दौरान जमकर चर्चा में रहे पुलिए अधिकारी अनुज चौधरी का अब तबादल हो गया है. उन्हें अब ASP ग्रामीण फिरोजाबाद का चार्ज मिला है. उनकी विदाई के मौके पर चंदौसी में लोग भावुक हो गए, जब उन्होंने घोड़े-बग्गी पर बैठने से इनकार कर दिया. इस दौरान और क्या क्या हुआ सब विस्तार से खबर में आगे देखें.

Anuj Chaudhary

अनूप कुमार

20 Sep 2025 (अपडेटेड: 20 Sep 2025, 09:48 AM)

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ASP Anuj Chaudhary News: संभल के चर्चित पुलिस अधिकारी अर्जुन अवार्ड विजेता अनुज चौधरी की विदाई के मौके पर अद्भुत नजारा देखने को मिला है. उन्हें धूमधाम के साथ विदाई दी गई, लेकिन कई तैयारियां आखिर तक धरी की धरी रह गईं. आपको बता दें कि अनुज चौधरी का तबादला ASP ग्रामीण के पद पर फ‍िरोजाबाद कर दिया गया है. उनकी विदाई में पुलिस अधिकारी, स्थानीय लोग और फैंस जुटे. 

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अनुज चौधरी की विदाई के लिए एक सजी-धजी घोड़ा-बग्गी का इंतजाम किया था. पर वो उसपर बैठे ही नहीं. मंच पर दो युवक अनुज चौधरी को नोटों का हार पहनाना चाहते थे. लेकिन अनुज चौधरी ने वो हार उन्हीं युवकों के गले में डाल दिया. 

अनुज चौधरी की विदाई से जुड़ी पूरी वीडियो रिपोर्ट यहां नीचे देखी जा सकती है

चर्चा में रहते हैं अनुज चौधरी

संभल की हिंसा, किष्किंधा रथ यात्रा में गदा लेकर चलना, होली व जुमा पर विवादित बयान और सोशल मीडिया पर चर्चाओं के कारण पहलवान अफसर अनुज चौधरी प्रदेशभर में सुर्खियों में रहे. विदाई के दौरान अनुज चौधरी ने खुद कहा कि 'तबादला एक रूटीन प्रक्रिया है, संभल में बहुत कुछ सीखने को मिला. हमेशा अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई और आगे भी यही जारी रहेगी.' प्रमोशन के बाद फ‍िरोजाबाद रवाना होते हुए अनुज चौधरी ने जिले और टीम का आभार जताया.

क्या है अनुज चौधरी की कहानी? 

ASP अनुज चौधरी का जन्म मुजफ्फरनगर के बधेरी गांव में 5 अगस्त 1980 को हुआ. उन्होंने गुरु हनुमान अखाड़े में कुश्ती सीखी और राष्ट्रीय स्तर व अखिल भारतीय पुलिस खेलों में कई स्वर्ण पदक जीते. 2001 में उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्मण पुरस्कार मिला, 2005 में अर्जुन अवार्ड, 2016 में यश भारती और 2010 में मान्यवर कांशीराम पुरस्कार जैसे बड़े सम्मान मिले. खेल कोटे से 2000 में यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर नियुक्त हुए, फिर 2003 में बने इंस्पेक्टर, 2012 में सीओ (सर्किल ऑफिसर), और हाल ही में ASP प्रमोशन पाया. अनुज चौधरी प्रदेश में इस कोटे से ASP बनने वाले पहले अफसर हैं.

विवादों और लोकप्रियता का अद्भुत सफर

संभल हिंसा, गदा लेकर चलने और त्योहार पर दिए बयानों के कारण वह विपक्ष के निशाने पर रहे, लेकिन उन्हीं विशिष्टताओं के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में मंच से समर्थन देते हुए उन्हें ‘पहलवान’ अफसर बताया. उनके ऊपर कई बार जांच बैठीं, लेकिन अंततः उन्हें क्लीन चिट भी मिली. 

सोशल मीडिया स्टार भी हैं अनुज चौधरी

अनुज चौधरी सोशल मीडिया पर भी काफी पॉप्युलर हैं. उनकी इंस्टाग्राम आईडी पर 7.7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स और फेसबुक पर 8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. तमाम जुलूसों में फैंस उनके गानों पर झूमते दिखते हैं. उन्होंने हमेशा स्पष्ट किया है कि उनके बयान सही मंशा और उदाहरण देने के लिए थे, गलत इरादा कभी नहीं रहा.

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