UP News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से धराली कस्बे में भारी तबाही मची है. ये छोटा कस्बा गंगोत्री के रास्ते में पड़ता है और यात्रियों के लिए ठहरने का अहम पड़ाव है. यहां बड़ी संख्या में होटल, दुकानें, बाजार, लॉज, रेस्टोरेंट मौजूद हैं. यहां से गंगोत्री का रास्ता सिर्फ 18 किलोमीटर ही है.
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जिस तरह से यहां स्थित खीरगंगा नदी में बादल फटा है और पहाड़ से तेज बहाव में पानी और मलबा नीचे आया है, वह अपने साथ उत्तरकाशी के धराली को उजाड़ता चला गया है. हादसे की जितनी भी वीडियो सामने आ रही है, वह भयानक और डरा देने वाली है. चिंता की बात ये भी है कि प्रभावित क्षेत्र में अभी भी तेज बारिश हो रही हैं, ऐसे में डर है कि कहीं यहां कोई और बादल नहीं फट जाए. जिस धराली में पहले बड़ा बाजार मौजूद था, वहां अब पानी और मलबा है. कुछ ही इमारतों का ऊपरी हिस्सा दिख रहा है. बाकी सब मलबे में दफन हो गया है.
'जिंदगी में ऐसा मंजर नहीं देखा'
यहां रहने वाले स्थानीय निवासी ने हमारे सहयोगी 'आज तक' को बताया, आज यानी मंगलवार के दिन 1.30 बजे अचानक पहाड़ों से पानी नीचे की तरफ तेज रफ्तार में आया. अभी तक 70 लोग ऐसे हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
निवासी का कहना है कि इस तबाही से यहां मौजूद होटल, बाजार, गांव, घर, लॉज, सब कुछ बर्बाद हो गया है. कई घर बह गए हैं. निवासी ने ये भी बताया कि उसने इस तबाही का पूरा मंजर अपने गांव से देखा. प्रत्यक्षदर्शी ने ये भी बताया कि उसने जिंदगी में आज तक ऐसा भयानक मंजर नहीं देखा.
फिलहाल सेना, एनडीआएफ समेत कई बल राहत-बचाव अभियान के लिए जुट गए हैं. युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. जिस स्तर पर तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी प्रभावित और मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कई लोग बहाव के साथ बह गए हैं.
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