उत्तर प्रदेश सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए कैलेंडर जारी कर दिया है. इसमें साफ किया गया है कि उत्तर प्रदेश में माध्यमिक कक्षाओं में पाठ्यक्रम 20 जनवरी 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा नवीं और दसवीं कक्षा की परीक्षा नए पैटर्न पर होगी. पहली बार सत्र में 5 मंथली टेस्ट होंगे.
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यूपी के स्कूलों में कोरोना काल के बाद पटरी पर लौटी शैक्षणिक व्यवस्था को 2022-223 के सत्र में सुचारु रूप से चलाने के लिए शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है. इस के आधार पर वर्तमान सत्र में कक्षा 9वीं और 10वीं की लिखित परीक्षा प्रश्न पत्र के नए प्रारूप के आधार पर होगी. 9वीं और 10वीं की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र में दो खण्ड होंगे. कक्षा 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन 16 से 28 फरवरी 2023 तक किया जाएगा.
इसी समय बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16 से 28 फरवरी 2023 तक होंगी. इसके बाद हाई स्कूल और इंटरमीडियट की बोर्ड परीक्षा मार्च 2023 में आयोजित होगी.
शैक्षणिक कैलेंडर में इस बात का उल्लेख है कि हाई स्कूल और इंटर की प्री-बोर्ड की लिखित परीक्षाओं का आयोजन फरवरी के पहले पखवाड़े यानि 1 फरवरी से 15 फरवरी 2023 तक किया जाएगा. इस कैलेंडर के अनुसार सभी कक्षाओं में पाठ्यक्रम 20 जनवरी 2023 तक पूर्ण करना होगा.
9वीं और 10वीं परीक्षाओं का आयोजन नए पैटर्न पर
वर्तमान सत्र में नवीं और दसवीं की लिखित परीक्षा नए पैटर्न पर होगी. लिखित प्रश्न पत्र के दो खंड होंगे. पहला खंड एक पूर्णांक का तिहाई (1/3) होगा जो बहु विकल्पीय होगा. ये 30 अंक का होगा. इसके उत्तर OMR शीट पर देने होंगे. वहीं, दूसरा सेक्शन वर्णनात्मक होगा जो 70 मार्क्स का होगा.
ड्रॉप आउट रेट काम करने के लिए ‘स्कूल चलो अभियान-माध्यमिक शिक्षा’
विभाग ने माना है कि माध्यमिक विद्यालयों में ड्रॉप आउट दर को कम करना जरूरी है. माध्यमिक स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए ‘स्कूल चलो अभियान-माध्यमिक शिक्षा’ का आयोजन किया जाएगा. साथ ही डिजीटल शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए समस्त विद्यालय अपनी वेबसाइट तथा पंजीकृत विद्यार्थियों की ई-मेल आईडी मई माह तक बनवा लेंगे.
माध्यमिक के छात्रों को University Ready कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा. इसके अन्तर्गत माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को भविष्य की सम्भावनाओं से परिचित कराने और अलग-अलग प्रवेश परीक्षा की तैयारियों कराने के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे. छात्राओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए स्कूलों में ‘शक्ति मंच’ का गठन किया जाएगा.
विद्यालयों में करियर कॉउंसलिंग
ये भी तय किया गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत विद्यालयों में कैरियर कॉउंसलिंग का आयोजन किया जाएगा. विद्यार्थियों के सतत मूल्यांकन के लिए प्रथम बार सत्र में 5 मासिक परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा.
इसमें तीन बार बहुविकल्पीय और दो बार वर्णनात्मक सवाल पर परीक्षा होगी. माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि छात्रों को स्वर्णिम इतिहास की जानकारी और उनमें राष्ट्रीय मूल्यों का विकास करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा.
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