Biparjoy Cyclone Update: प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात के कच्छ जिले और पाकिस्तान के कराची तट के बीच 15 जून को पहुंचने की संभावना है. ऐसे में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बीच ‘बिपरजॉय’ तूफान की वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुमान के मुताबिक, 15 और 16 जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और आमतौर पर बादल छाए रहेंगे.
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क्या यह मॉनसून की पहली बारिश होगी?
मौसम विभाग के अनुसार, ‘बिपरजॉय’ तूफान के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो बारिश होगी, वह मॉनसून की पहली बारिश नहीं होगी. मौसम विभाग ने कहा है कि इस बारिश से किसानों को कोई ज्यादा फायदा नहीं होगा. वहीं, बारिश होने से तापमान में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी बरकरार रहेगी.
कब होगी यूपी में मॉनसून की पहली बारिश?
उत्तर प्रदेश के तमाम इलाकों में भीषण गर्मी और उमस का असर देखने को मिल रहा है. मंगलवार को भी सुबह से ही गर्मी जैसी स्थिति राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के तमाम इलाकों में महसूस की जा रही है. वहीं, इस बीच प्रदेशवासियों के मन में एक सवाल है कि आखिर सूबे में मॉनसून कब आएगा? इसी को लेकर मौसम विभाग ने जानकारी साझा की है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, प्रदेश में 20 जून को मॉनसून की पहली बारिश हो सकती है. वहीं, इस बीच मौसम विभाग ने लोगों से गर्मी को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है.
‘बिपरजॉय’ तूफान से ये इलाके होंगे प्रभावित
आपको बता दें कि ‘बिपरजॉय’ तूफान के 15 जून की दोपहर तक गुजरात से गुजरने की संभावना है. इस दौरान 150 किलोमीटर (किमी) प्रति घंटा की रफ्तार तक हवा बहने से कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, और देवभूमि द्वारका जिलों के चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है.
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