सुल्तानपुर के दलित रामचेत मोची की कैंसर से हुई मौत, राहुल गांधी ने फोन कर उनके बेटे से की ये बात

यूपी के सुल्तानपुर में आज रामचेत मोची की कैंसर और टीवी जैसी गंभीर बीमारी के चलते मौत हो गई है. रामचेत मोची हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुर्खियों में थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान कई मंचों पर उनका जिक्र किया था.

Ramchet mochi and rahul gandhi

नितिन श्रीवास्तव

11 Nov 2025 (अपडेटेड: 11 Nov 2025, 04:48 PM)

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यूपी के सुल्तानपुर में आज रामचेत मोची की कैंसर और टीवी जैसी गंभीर बीमारी के चलते मौत हो गई है. रामचेत मोची हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुर्खियों में थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान कई मंचों पर उनका जिक्र किया था. साल 2024 में राहुल गांधी ने रामचेत मोची से मिलकर बात की थी. इसके साथ ही उन्होंने रामचेत मोची की आर्थिक रूप से मदद भी की थी. ऐसे में रामचेत मोची के मौत की खबर सुनकर राहुल गांधी ने आज सुबह उनके परिजनों से फोन पर बात की. साथ ही उन्होंने अमेठी और सुल्तानपुर से कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल भेजकर मदद करने का आश्वासन भी दिया है.

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राहुल गांधी और रामचेत मोची के मुलाकात की कहानी

कूरेभार थाना क्षेत्र के ढेसरुआ गांव के रहने वाले रामचेत मोची विधायक नगर चौराहे पर अपने जूते चप्पल की गुमटी रखकर गरीबी में अपना जीवन यापन कर रहे थे. पिछले साल राहुल गांधी न्यायालय में विचाराधीन एक मामले में सुल्तानपुर आए हुए थे. वहां से लौटते वक्त अचानक उनका काफिला मोची रामचेत की दुकान पर रुका तो सब चौंक गए. इस दौरान राहुल गांधी ने रामचेत मोची से मिलकर बात की और उनका हालचाल लिया. इसके साथ ही राहुल गांधी ने रामचेत मोची से जूते चप्पल सिलाई का गुण भी सीखा था. ऐसे में जब राहुल गांधी सुल्तानपुर से लौटे तो उन्होंने रामचेत मोची की मदद करते हुए उन्हें  काफी मात्रा में रॉ मैटेरियल भी भिजवाया था.

प्रयागराज में चल रहा था कैंसर का इलाज

इसके बाद राहुल ने अपनी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका वाड्रा से मुलाकात के लिए रामचेत को दिल्ली बुलाया था. मुलाकात के दौरान रामचेत ने अपने हाथों से बने जूते-चप्पल भी राहुल, सोनिया और प्रियंका को भेंट किया. राहुल गांधी की मदद के बाद मोची रामचेत का बिजनेस चल निकला. लेकिन पिछले कुछ दिनों ने रामचेत की तबीयत बिगड़ गई. जांच हुई तो पता चला कि उसे कैंसर और टीबी हो गई है. परिवार वालों ने राहुल गांधी तक बात पहुंचाई तो एक बार फिर राहुल ने मदद को हाथ बढ़ाया और प्रयागराज के कैंसर हॉस्पिटल से उसका इलाज करवाना शुरू किया. लेकिन आज सुबह रामचेत ने दम तोड़ दिया. इस बात की जानकारी राहुल गांधी को लगी तो उन्होंने तत्काल रामचेत के बेटे राघवराम से बात की और शोक जताया. साथ ही मदद का भरोसा दिलाया.

वहीं राहुल गांधी के निर्देश पर अमेठी केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय प्रभारी बृजेश तिवारी, सुल्तानपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष्य अभिषेक सिंह राणा समेत दर्जनों कार्यकर्त्ता रामचेत के घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त की. साथ ही राहुल गांधी की तरफ से भेजी गई आर्थिक मदद भी सौंपी. कांग्रेस नेताओं ने दुख की इस घड़ी के साथ-साथ हमेशा साथ रहने का भरोसा भी दिलाया है.

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