RO/ARO पेपर को UP पुलिस के बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह ने किया था लीक! STF ने की बड़ी कार्रवाई

संतोष शर्मा

15 Mar 2024 (अपडेटेड: 15 Mar 2024, 12:39 PM)

RO/ARO भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. बता दें कि यूपी एसटीएफ ने कौशांबी के मंझनपुर थाना क्षेत्र से बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह को गिरफ्तार किया है.

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RO/ARO भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. बता दें कि यूपी एसटीएफ ने कौशांबी के मंझनपुर थाना क्षेत्र से बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह को गिरफ्तार किया है. Tet पेपर लीक मामले में अरुण सिंह मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया है, जिसके बाद उसे पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था. मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस से बर्खास्त होने के बाद अरुण पेपर लीक करने वाले गैंग का संचालन करने लगा था. वहीं, अब 11 फरवरी को यूपी में RO/ARO की जो परीक्षा हुई थी, उसमें भी अरुण का नाम सामने आया है.

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RO/ARO भर्ती परीक्षा सरकार ने की रद्द

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की समीक्षा की गई थी. दरअसल, सोशल मीडिया पर पेपर लीक के कई फोटो और वीडियो वायरल हो रहे थे. इसके बाद सरकार ने छात्रों से इसको लेकर सबूत मांगे थे. मिली जानकारी के मुताबिक, पेपर लीक के दावों को लेकर छात्रों ने सरकार को कई साक्ष्य दिए थे. आयोग द्वारा भी इसकी एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी गई थी. इसके बाद सीएम योगी ने RO-ARO की परीक्षा को रद्द करने का निर्देश जारी किया है.

अब कब होगी परीक्षा


बता दें कि सरकार ने फैसला लिया है कि RO-ARO की परीक्षा अब 6 महिनों के अंदर फिर आयोजित करवाई जाएगी. इसी के साथ सरकार ने ये भी निर्देश दिए हैं कि पेपर लीक में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. बता दें कि अब मामले की जांच यूपी सरकार ने एसटीएफ को सौंप दी है. अब यूपी एसटीएफ RO-ARO पेपर लीक की जांच करेगी.


यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा भी हो चुकी है रद्द


इससे पहले उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था. सिपाही भर्ती एग्जाम के बाद पेपर लीक का दावा किया गया था. बता दें कि छात्रों ने दावा किया था कि परीक्षा से पहले और परीक्षा के बाद ही उनके मोबाइल में पूरा पेपर था. पेपर के साथ ऑसर भी थे. इसको लेकर भी पुलिस भर्ती बोर्ड ने छात्रों से साक्ष्य मांगे थे, जिसके बाद सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर भी रद्द कर दिया था. इस मामले की जांच भी एसटीएफ के पास है.


 

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