शायद UP पुलिस का माल आया है... देखिए कैसे फोन कॉल के बाद लीक हो गया कॉन्स्टेबल भर्ती का पेपर

संतोष शर्मा

15 Mar 2024 (अपडेटेड: 15 Mar 2024, 07:05 PM)

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक के मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया है. एसटीएफ ने इस पूरे मामले की जो कहानी बताई है, वह हैरान कर देने वाली है. सिलसिलेवार तरीके से जानिए आखिर ये पैपर लीक कैसे हुआ?

पेपर लीक का खुलासा

UP Police Bharti Paper Leak

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UP Police Bharti Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड और अन्य आरोपियों को यूपी एसटीएफ ने दबोच लिया है. पिछले कई दिनों से एसटीएफ इस मामले के खुलासे के लिए लगी हुई थी. अभी तक एसटीएफ ने इस पूरे मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश की है.

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फिलहाल एसटीएफ की पकड़ में अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री, राजीव नयन मिश्रा, राजीव उर्फ राहुल मिश्रा हैं. एसटीएफ इन्हें ही मुख्य आरोपी मान रही है. यूपी एसटीएफ ने बकायदा प्रेस नोट जारी करते हुए पूरे सिलसिलेवार तरीके से पेपर लीक की कहानी को खोला है. एसटीएफ के खुलासे से साफ है कि इन सभी ने पूरी योजना के तहत पेपर लीक करवाया और शातिर अंदाज में लीक हुए पेपर का सौदा किया.  

जानिए पेपर लीक की पूरी कहानी

तारीख 1 फरवरी 2024..शिवम गिरि ने अभिषेक शुक्ला को फोन किया और उसे बताया कि यूपी पुलिस का माल आया है. (माल का अर्थ यहां भर्ती पेपर से है) ये सुनते ही अभिषेक शुक्ला ने फोन काटा और मामले की जानकारी रवि अत्री को दी. रवि अत्री ने उससे कहा कि शिवम गिरि से कहकर बॉक्स की फोटो मंगवा लो.

तारीख 3 फरवरी…इसके बाद अभिषेक शुक्ला गुजरात की राजधानी अहमदाबाद चला गया. इसी दौरान रवि अत्री भी दिल्ली से अहमदाबाद आ गया. इसी दौरान शिवम गिरि ने ट्रक बॉक्स की फोटो अभिषेक को भेज दी. अभिषेक ने इस फोटो को रवि को भेज दिया. 

फिर हुई राहुल की एंट्री

रवि ने मामले की जानकारी राजीव नयन मिश्रा को दी. प्रयागराज में रहने वाला राजीव भोपाल में रह रहा था. रवि ने राजीव को फोटो भी भेज दी. रवि ने ही राजीव की बात अभिषेक से करवाई. इस दौरान राजीव नयन मिश्रा ने ही उन दोनों से कहा कि वह किसी भी तरह से यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर निकलवा लें.

इस दौरान रवि और राजीव ने अभिषेक से कहा कि अगर तुमने ये काम कर दिया तो तुम्हें इतना पैसा मिलेगा कि इस जिंदगी में तुम्हें ओर कुछ करने की जरूरत नहीं रहेगी. इसके साथ ही अभिषेक को सरकारी नौकरी का भी लालच दिया गया.

राजीव भी पहुंच गया अहमदाबाद

तारीख 5 फरवरी…राजीव नयन मिश्रा भी भोपाल से अहमदाबाद जा पहुंचा. उसने 3 लाख रुपये शिवम गिरि के खाते में भी डाले दिए. इस दौरान रवि ने पटना के रहने वाले डॉ. शुभम मंडल को भी मामले की सारी जानकारी दे दी. शुभम को बॉक्स खोलने में महारत हासिल थी. रवि ने उसे भी अमहदाबाद आने के लिए बोल दिया. 5 फरवरी के दिन वह भी अहमदाबाद पहुंच गया.

सभी ने अहमदाबाद में की मुलाकात

अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा एयरपोर्ट से शुभम मंडल को लेकर रात में ही 11:30 बजे टीसीआई कंपनी में पहुंचे गए. यहां पहले से ही शिवम गिरि और रोहित कुमार पांडेय इनका इंतजार कर रहे थे. 

इसके बाद राजीव ने शुभम को अपना फोन दिया और उससे कहा कि वह शिवम गिरि के साथ जाकर पेपर का फोटो क्लिक करके ले आए. इसके बाद शिवम, शुभम और रोहित टीसीआई कंपनी के अंदर गए. इस दौरान शुभम मंडल ने ट्रक बॉक्स को पीछे से खोला और सिपाही भर्ती परीक्षा के 02 कोड पेपर का फोटो खींच लिया. पेपर का फोटो मिलने के बाद अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री, शुभम मंडल और राजीव होटल वापस चले गए. मगर इस दौरान शिवम और रोहित कंपनी की ही मेस में ठहर गए.

फिर आया 01 कोड का पेपर

तारीख 7 फरवरी…कंपनी में फिर यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आया. इस बार 01 कोड का पेपर आया. इसकी जानकारी शिवम ने फौरन अभिषेक को दी. अभिषेक ने फिर मामले की जानकारी राजीव और रवि को दी.

तारीख 8 फरवरी…रवि, शुभम और राजीव फिर अहमदाबाद पहुंच गए. फिर राजीव ने अपना फोन शुभम को दिया और उसे शिवम के साथ जाकर पेपर का फोटो लेने के लिए कहा. वह तीनों फिर कंपनी के अंदर गए. शुभम ने ट्रक बॉक्स को खोला और फिर से पेपर का फोटो खींच लिया. 

तारीख 8 फरवरी…दूसरे कोड का पेपर मिलने के बाद शुभम को वापस पटना आ गया. मगर राजीव चौथे कोड पेपर के इंतजार में वही ठहर गया. मगर वह चौथे कोड का पेपर हासिल नहीं कर पाया.

इसके बाद राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा-2024 के प्रश्न-पत्र को विकम पहल, मोनू ढाकला, विकम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक), नीटू नि० वाजिदपुर, जनपद बागपत, धीरज उर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) समेत कई लोगों को दिया. इसके बाद ये पेपर बड़े स्तर पर छात्रों तक पहुंचाया गया. बता दें कि आरोपी शुभम मंडल पेशे से डॉक्टर है. फिलहाल एसटीएफ उससे पूछताछ कर रही है.

राजीव और रवि ने पहले भी लीक करवाए हैं भर्ती पेपर

एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री पहले भी पेपर लीक की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. राजीव नयन मिश्रा ने साल 2021 में यूपी टीईटी का पेपर लीक करवाया था. यूपी एसटीएफ ने इसके खिलाफ केस दर्ज करके इसे जेल भी भेजा था.

फिर राजीव ने साल 2023 में संविदा स्टॉफ नर्स भर्ती का पेपर भी लीक करवाया था. ये मध्य प्रदेश सरकार की परीक्षा थी. इस मामले में मध्य प्रदेश एसटीएफ ने इसके खिलाफ केस दर्ज किया था और इसे जेल भी भेजा था. मगर ये जेल से बाहर आ गया और एक बार फिर ये यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल हो गया. 

रवि अत्री भी करवा चुका है पेपर लीक

जांच में सामने आया है कि रवि अत्री ने भी साल 2015 में AIPMT संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा, मध्यप्रदेश का पेपर लीक करवाया था. इसके खिलाफ हरियाणा में केस दर्ज है. बता दें कि रवि पेशे से एमबीबीएस है. फिलहाल यूपी एसटीएफ ने एक तरह से इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया है.

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