UP News: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा लगातार चर्चाओं में हैं. वह इस समय बिजली विभाग के अधिकारियों की खूब क्लास ले रहे हैं. बिजली मंत्री एके शर्मा विभाग के अधिकारियों से कितने नाराज हैं, ये एक बार फिर उस समय देखने को मिला, जब उन्होंने अपने ही सोशल मीडिया पर एक ऑडियो रिकॉर्डिंग शेयर की.
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इस रिकॉर्डिंग में बिजली विभाग के अधिकारी और उपभोक्ता के बीच बात होती दिख रही है, जिसमें अधिकारी अभद्र व्यवहार करता हुआ दिखाई दे रहा है.
पहले जानिए पूरा मामला
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने जो ऑडियो रिकॉर्डिंग पोस्ट की है, वह बस्ती की बताई जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक, बस्ती के कोतवाली थाना क्षेत्र के मुड़घाट मुहल्ले में रहने वाले एक रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी 8 घंटे तक चली बिजली कटौती से परेशान थे.
उन्होंने जनता को राहत देने के लिए तैनात किए गए अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह को फोन किया, ताकि उन्हें बिजली आने का संभावित समय पता चल सके. मगर अधिकारी ने बिजली संकट दूर करने या समय बताने के बजाय, उपभोक्ता के साथ अभद्र व्यवहार किया.
सांसद रामजी लाल सुमन हमारे बहनोई हैं- बिजली अधिकारी
ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि जब रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी ने बिजली कटौती को लेकर सवाल किया, तो SE प्रशांत सिंह ने उन्हें टालमटोल करते हुए 1912 पर फोन करने की सलाह दी.
इतना ही नहीं, जब उपभोक्ता ने अपनी परेशानी बताई, तो प्रशांत सिंह अपने पद का रौब झाड़ते हुए कहने लगे कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन उनके बहनोई हैं और पूर्व सांसद राजबब्बर उनके साले हैं.
एके शर्मा ने खुद शेयर की ऑडियो रिकॉर्डिंग
ये ऑडियो प्रदेश के बिजली मंत्री एके शर्मा ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट की और बेलगाम अफसरों को भयंकर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी.
ऑडियो शेयर करते हुए एके शर्मा ने दी बड़ी चेतावनी
एके शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा, कई बार सांसद रह चुके एक वरिष्ठ राजनेता ने अभी-अभी अपने क्षेत्र से एक पढ़े-लिखे नागरिक की बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुई बातचीत का ऑडियों निम्नांकित लिखकर मुझे कार्यवाही करने के लिए भेजा है. यही बात मैंने तीन दिन पहले UPPCL के चेयरमैन, MD और अन्य अधिकारियों को कहा था.
उन्होंने आगे लिखा, कड़े शब्दों में यह भी कहा था कि 1912 की टोल फ्री व्यवस्था या अन्य टेक्नोलॉजी आधारित व्यवस्था मानवीय व्यवस्था की पूरक हो सकती है; विकल्प नहीं. मैंने कहा था कि ऐसे कई ग़लत, असामयिक और अव्यावहारिक निर्देशों के कारण जनता को परेशानी हो रही है. अधिकारी फ़ोन उठाना बिल्कुल ही बंद कर दिए हैं. तितलौकी थी ही, अब नीम पर चढ़ गई और अनेक ऐसे ग़लत निर्णय हमारे बार-बार लिखित-मौखिक रूप से मना करने के बावजूद हुए हैं. सबने मीटिंग में मुझसे असत्य बोला कि 1912 पर ही शिकायत करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
मुझे उनकी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ. मैंने कई बार पूछा. हर बार वही असत्य सुनने को मिला.
ऑडियो सुनिए
अन्यथा परिणाम भयंकर होंगे- एके शर्मा
एके शर्मा ने आगे लिखा, बिजली के अधिकारियों, कर्मचारियों को एक बार पुनः कह रहा हूं कि जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें. उनसे त्वरित और उचित भाषा में संवाद करें और समस्या का निराकरण करें. अन्यथा परिणाम भयंकर होंगे. बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद SE प्रशांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है. फिलहाल ये मामला चर्चाओं में बना हुआ है.
(कुमार अभिषेक और बस्ती से संतोष सिंह का इनपुट)
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