Agra Murder Case: आगरा में हुई गुलगाम नामक शख्स की हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है. बता दें कि सोशल मीडिया पर फेमस होने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से हुई इस सनसनीखेज हत्या ने ताज नगरी को हिला कर रख दिया है. मालूम हो कि ताजगंज इलाके में मंगलवार रात करीब 11:30 बजे शाहिद अली के चिकन बिरयानी रेस्टोरेंट पर तीन बाइक सवार युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर गुलफाम नामक युवक की हत्या कर दी थी. गोलीबारी में सैफ अली नाम का युवक भी घायल हुआ था.
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पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने जानकारी दी है कि गिरफ्तार आरोपियों में शिवम बघेल और प्रियांशु यादव शामिल हैं, जिन्हें इनर रिंग रोड के पास मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया. दोनों के पैर में गोली लगी है, जबकि एक पुलिसकर्मी भी इस मुठभेड़ में घायल हुआ है. तीसरा आरोपी पुष्पेंद्र बघेल अभी भी फरार है.
क्या है हत्या के पीछे की वजह?
हत्या के पीछे का मकसद चौंकाने वाला है. आरोपियों ने खुलासा किया है कि वे इस वारदात का लाइव वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करना चाहते थे, लेकिन तकनीकी कारणों से वीडियो शूट नहीं हो सका. इसके बाद आरोपियों ने एक भड़काऊ वीडियो बनाकर हत्या की जिम्मेदारी ली और उसे सोशल मीडिया पर शेये कर दिया, जो वायरल हो गया. इस वीडियो को पहले पुष्पेंद्र ने पोस्ट किया, लेकिन उसके फॉलोअर्स कम होने के कारण वायरल नहीं हुआ. इसके बाद वीडियो को मनोज चौधरी नामक युवक को सौंपा गया, जिसने ‘छतरिया गौर सेवा दल’ के नाम से इसे पोस्ट कर वायरल किया.
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पुलिस ने किया ये दावा
पुलिस जांच के बाद दावा किया कि ‘छतरिया गौर सेवा दल’ नाम का कोई संगठन आगरा में अस्तित्व में नहीं है और न ही आरोपियों का उससे कोई संबंध है. पुलिस ने मनोज चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया है और उस पर आईटी एक्ट व भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
क्या थी विवाद की वजह
पुलिस के अनुसार, घटना से दो दिन पहले रेस्टोरेंट पर खाना लेने को लेकर गुलफाम और आरोपियों में विवाद हुआ था. इसी रंजिश को सोशल मीडिया प्रसिद्धि के साथ जोड़ते हुए आरोपियों ने हत्या की साजिश रची. पुलिस के अनुसार घटना के बाद आरोपी दिगनेर, किरावली होते हुए जयपुर और फिर भरतपुर के रास्ते आगरा लौटे, जहां उनकी लोकेशन मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी की और मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों को दबोच लिया.
आरोपियों की सामने आई आपराधिक पृष्ठभूमि
आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि भी सामने आई है. पुष्पेंद्र पर 2023 में पुलिसकर्मी से मारपीट का मामला दर्ज है, मनोज पर 2017 में हत्या का केस है, जबकि प्रियांशु का भी आपराधिक रिकॉर्ड है. फिलहाल पुलिस पुष्पेंद्र की तलाश में जुटी है. गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेने की प्रक्रिया की जा रही है.
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