बहराइच में मदरसे के टॉयलेट में डरी-सहमी छिपी मिली 40 लड़कियां…पूरा मामला जान चौंक जाएंगे

UP News: यूपी के बहराइच से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस-प्रशासन ने मदरसे के टॉयलेट से 40 लड़कियों को बरामद किया है.

Bahraich news

राम बरन चौधरी

25 Sep 2025 (अपडेटेड: 25 Sep 2025, 05:30 PM)

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UP News: उत्तर प्रदेश के बहराइच से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां 40 लड़कियां टॉयलेट में छिपी मिली हैं. सभी लड़कियों की उम्र 9 से 15 साल के बीच बताई जा रही है. प्रशासन और महिला पुलिसकर्मियों ने सभी डरी-सहमी लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाला है.

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दरअसल प्रशासन ने एक अवैध मदरसे पर छापा मारा. मदरसा 3 मंजिला इमारत में चल रहा था. पहले मदरसे के लोगों ने प्रशासन की टीम को ऊपर जाने से रोकने की कोशिश की. मगर प्रशासन की टीम पुलिस पुलिसकर्मियों को लेकर ऊपर की तरफ पहुंच गई. इस दौरान टॉयलेट के अंदर 40 नाबालिग लड़कियां डरी-सहमी छिपी हुई थीं. उन सभी को महिला पुलिसकर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाला.

मदरसे के लोगों ने छिपा दी लड़कियां!

ये सनसनीखेज मामला बहराइच के पयागपुर तहसील के पहालवारा गांव से सामने आया है. यहां संचालित एक अवैध मदरसे में बुधवार के दिन पुलिस-प्रशासन ने छापा मारा. इस दौरान मदरसा संचालकों ने टीम को ऊपर जाने से रोका.

ये देख टीम महिला पुलिसकर्मियों को लेकर ऊपर की तरफ गई. यहां बने टॉयलेट का जब दरवाजा खोला गया तो उसके अंदर से 40 डरी-सहमी लड़कियां छिपी हुई थीं. उन सभी को वहां से बाहर निकाला गया.

अवैध था मदरसा

छापे के दौरान अधिकारियों ने मदरसा संचालकों से मदरसे से जुड़े दस्तावेज मांगे. मगर दूसरी तरफ से कोई भी दस्तावेज पेश नहीं हो सका. इस मदरसे को लेकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद खालिद ने बताया कि ये मदरसा 3 सालों से संचालित हो रहा था. ये सर्वे में भी रह गया था.

टॉयलेट में क्यों छिपी छात्राएं?

सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर छात्राओं को टॉयलेट में क्यों छिपाया गया? इसको लेकर मदरसा शिक्षिका तकसीम फातिमा का कहना है कि जब मदरसे में छापेमारी हुई तो छात्राएं काफी डर गईं और वह सभी टॉयलेट में छिप गईं.

मदरसे को किया गया बंद

बता दें कि प्रशासन ने मदरसा बंद करने के आदेश दे दिए हैं. सभी छात्राओं को सुरक्षित घर भेज दिया गया है. इस पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) रमणंद प्रसाद कुशवाहा ने बताया, अगर परिजन, एसडीएम या संबंधित अधिकारी शिकायत दर्ज करवाते हैं तो केस दर्ज किया जाएगा. अभी तक मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है.

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