
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान जो हमेशा ही अपने सीधे और तीखे हमलों के लिए जाने जाते थे लेकिन जब से वो जेल से आए हैं उनके अंदाज़ काफी ज्यादा बदले-बदले हैं. वो निशाना तो साध रहे हैं लेकिन काफी सधे हुए अंदाज में. वो अपनी हर बात कह रहे हैं लेकिन हर बात को वो काफी नाप-तोल के बोल रहे हैं. हम जब आजम खान से तमाम मुद्दों पर बात करने पहुंचे, तो उन्होनें न सिर्फ राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय रखी बल्कि अपनी मां और बहन पर हुए मुकदमों पर भी उनका दर्द छलक गया.
उन्होनें कहा कि उनकी मरी हुई मां पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया, जो कब्र मे हैं उनको कहां से लेकर आएं. साथ ही उन्होनें अपनी बहन का भी जिक्र किया और बताया कि उनकी 80 साल की बहन के साथ पुलिस ने क्या किया.
उन्होंने कहा,
"मेरी 80 साल की बहन, जो पांच किताबों की लेखिका हैं. वह पैरों से ठीक से चल नहीं सकती, वह बैठी थी. पुलिस उन्हें घसीटते हुए जीप में डालकर थाने ले गई."
आजम खान
वहीं जब उनसे रामपुर के नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां को लेकर सवाल किया गया तो उन्होनें कहा कि ये कौन हैं, कहीं ठेला लगाते हैं क्या? बता दें कि नवाब काजिम अली खान 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में आजम खान के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
आजम खान ने काफी खुल कर अपनी बात कही. कभी उनका दर्द छलका तो कभी वो अपने उसी अंदाज में निशाना साधते नज़र आए. आजम खान वही हैं, बस जेल से आने के बाद उनके अंदाज़ थोड़े बदल गए हैं.
(कुमार अभिषेक के साथ ब्यूरो रिपोर्ट, यूपी तक)