यूपी चुनाव: सीतापुर में बागी बिगाड़ेंगे बीजेपी का समीकरण? निर्दलीय बन उतरे मैदान में
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और इन दिनों सभी पार्टियां प्रत्याशियों को टिकट बांट रही हैं.…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और इन दिनों सभी पार्टियां प्रत्याशियों को टिकट बांट रही हैं. इस बीच, सीतापुर में टिकट बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपने ही नेताओं से बगावती सुर का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, बीजेपी की तरफ से घोषित सीतापुर और बिसवां विधानसभा सीट से प्रत्याशियों के नामों को लेकर पार्टी में बगावत छिड़ गई है. बीजेपी के इस ऐलान से पार्टी के दो नेता बागी हो गए हैं. दोनों पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनावी मैदान में भी उतर गए हैं.
बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य साकेत मिश्रा ने सीतापुर विधानसभा और जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन सलिल सेठ ने बिसवां विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है. नामांकन दाखिल करने के बाद दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों ने बीजेपी के प्रत्याशियों को हराने का दावा किया है.
बता दें कि सीतापुर में विधानसभा की कुल 9 सीटें हैं, जिनमें 6 सीटों पर बीजेपी की तरफ से टिकट घोषित हो चुका था. पार्टी आलाकमान ने सीतापुर, बिसवां और महोली में टिकटों पर मंथन के लिए लिस्ट को रोक रखा था, लेकिन मंगलवार देर शाम इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा हुई.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद बीजेपी के भीतर बगावत जैसी स्थिति सामने आ गई. खासतौर से सीतापुर सीट से राकेश राठौर उर्फ गुरु और बिसवां से एसपी और बीएसपी में रह चुके निर्मल वर्मा को टिकट दिए जाने के बाद काफी विरोध शुरू हो गया.
सोशल मीडिया पर साकेत मिश्रा और सलिल सेठ के समर्थकों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही फिर मंगलवार को बीजेपी के दोनों बागियों ने नामांकन दाखिल किया. ऐसे में अब ये चर्चा होने लगी है कि बागियों के विरोध के कारण बीजेपी को इन सीटों के साथ जिले के अन्य सीटों पर भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. जिसे लेकर बीजेपी के अंदरखाने में डैमेज कंट्रोल के भी प्रयास की बात सामने आई है.
यूपी चुनाव: राजनाथ बोले- ‘बीजेपी को जातिवाद, क्षेत्रवाद और सांप्रदायिकता स्वीकार नहीं’
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT