ओम प्रकाश राजभर बोले- 15 दिनों में पैर धोकर चरणामृत बनाकर पिएंगे प्रधानमंत्री

रोशन जायसवाल

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उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हर दिन सियासी तपिश बढ़ती जा रही है. नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. इस बीच, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर जमकर निशाना साधा है.

वाराणसी के सर्किट हाउस में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले 15 दिनों में इसी राजभर का पैर धोकर चरणामृत बनाकर बीजेपी के लोग और प्रधानमंत्री पिएंगे.

उन्होंने आगे कहा कि यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव नहीं, बल्कि वह गुलाम देव हैं. 79 हजार शिक्षक भर्ती में 27 फीसदी आरक्षण लूट गया. वे पिछड़ी जाति से आते हैं, लेकिन बोली नहीं निकली और वे बयान देते हैं कि जाओ गांव में 100 दलितों के यहां चाय पियो.

काशी विश्वनाथ में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा, “न रब ने दिया न रहमान ने दिया, जो कुछ दिया वह बाबा साहब अंबेडकर ने ही दिया. जो कुछ थाना, अस्पताल, ब्लॉक, तहसील बना वह बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की वजह से हुआ है. अभी कोरोना के दौरान सभी मंदिर, कचहरी बंद थे. सिर्फ थाना और अस्पताल ही खुला था. ये बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की ही देन है.”

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ओपी राजभर ने कहा, “पूरे भारत में बनारस के विश्वनाथ जी जैसे 9 लाख मंदिर हैं. एक मंदिर बता दें, जहां दर्शन करके कोई इंजीनियर, आईएएस या आईपीएस बनता हों. तभी वह बनेगा जब बाबा साहेब के बनाए व्यवस्था के तहत स्कूल में शिक्षा हासिल करेगा.”

राजभर ने कहा, “अन्नपूर्णा मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा ड्रामा है और बीजेपी ड्रामा पार्टी है. यह सभी साढ़े चार पहले कहां थे? पहले मूर्ति क्यों नहीं लाए? बीजेपी के लोग धर्म की ओर ले जाना चाहते हैं. जिस तरह से पूजा की शुरुआत में श्री गणेशाय नम: बोला जाता है, उसी तरह बीजेपी के लोग पूजा शुरू करने के पहले सुहेलदेवाय नम: बोलकर शुरू करते हैं.”

आजमगढ़ का नाम बदलने के संकेत पर ओपी राजभर ने कहा कि पहले बीजेपी के लोग अपने दामादों का नाम बदल दें. जैसे शाहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी का नाम बदलकर हिंदू नाम पर रख दें, तब उसके बाद आजमगढ़ का नाम बदल दें.

उन्होंने कहा कि यूपी की जनता कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को नोटिस नहीं कर रही है. जनता बदलाव चाहती है. जनता सिर्फ अखिलेश यादव और ओपी राजभर को ही नोटिस कर रही है.

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राजभर ने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, “लखनऊ में गृहमंत्री अमित शाह दूरबीन से देख रहे थे कि कोई अपराधी तो नहीं है तो वहीं वाराणसी में उनके बगल में ही 302 का मुलजीम अजय मिश्रा टेनी बैठा था. उस समय उन्हें वह नहीं दिख रहा था. आइए मैं आपको (अमित शाह) दूरबीन देता हूं.”

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमान उतारे जाने पर राजभर ने कहा कि वे सिर्फ गरीबों को डराने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने एसपी चीफ अखिलेश यादव के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बनाने के दावे का भी समर्थन किया.

ओपी राजभर ने बीजेपी पर उनकी हत्या कराने की कोशिश का भी आरोप लगाया. कहा कि बीजेपी मऊ की रैली से डरी हुई है. थाने पर हमारी गाड़ी को चेक किया गया और उस दौरान वहां से गुजरने वाली अन्य गाड़ियों की चेकिंग नहीं हुई. इससे आशंका है कि मेरी गाड़ी में अफीम, चरस, गांजा या असलहा रखकर पुलिस चालान कर सकती है. मेरे मित्रों से कहा जा रहा है कि उन्हें समझाओं नहीं तो हत्या हो जाएगी?

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