विधानसभा में अखिलेश बोले- ‘कानून व्यवस्था के हालात ठीक नहीं, महिला अपराध में UP सबसे आगे’
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपना…
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उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपना संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था और महिला अपराध का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला.
अखिलेश ने कहा, “कल (सोमवार) जब महिला राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बोल रही थीं तब मुख्यमंत्री के क्षेत्र में एक बच्ची के साथ रेप हुआ. कानून व्यवस्था के हालात ठीक नहीं हैं. महिला अपराध के आंकड़े में यूपी सबसे आगे है.”
उन्होंने कहा, “प्रयागराज में पूरा परिवार समाप्त हो गया. अभी तक अपराधी नहीं पकड़ा गया. आज तक सरकार क्या कर रही है? सीएम गए थे ललितपुर में, वहां क्या हुआ सबने देखा. 5 साल तक दलाली चलती रही तो आपने दलाली रोकने के लिए क्या किया?”
गौरतलब है कि ललितपुर में पाली कस्बे की 13 साल की एक किशोरी को कथित तौर पर चार युवक बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे, उसके साथ तीन दिन तक गैंगरेप करने के बाद थाने के पास छोड़कर फरार हो गए थे.
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आरोप है कि प्रभारी निरीक्षक तिलकधारी सरोज ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया, लेकिन बयान दर्ज कराने के बहाने पीड़िता को फिर थाने बुलवाया और थाना परिसर में उसके साथ निरीक्षक ने भी कथित रूप से रेप किया. मामले में आरोपी प्रभारी निरीक्षक तिलकधारी सरोज को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वहीं एसपी प्रमुख ने चंदौली जिले के सैयदराजा क्षेत्र में पुलिस दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में हुई निशा यादव नामक युवती की मौत मामले का जिक्र कर कहा,
“पुलिस दबिश के लिए जाती है या दलाली के लिए जाती है. आपने इसके लिए क्या किया? वो बहन क्या कह रही थी कि इतना पिटा की उसकी बहन मर गई.”
अखिलेश यादव
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उन्होंने सवाल पूछा कि क्या सरकार ये स्वीकार करेगी कि पुलिस घटनाक्रम बदल रही है कि नहीं? अखिलेश ने पूछा कि इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए सरकार ने क्या किया?
उन्होंने कहा, “मैं सरकार का जवाब मांगना चाहता हूं क्या उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराध महिलाओं के साथ हो रहे हैं या नहीं?
अखिलेश ने कहा, “1090 और डायल 100 के आंकड़े क्या कहते हैं, ये देखना चाहिए. सरकार जितनी सेंसिटिव होनी चाहिए, नहीं है.”
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