'जयंत चौधरी की आभारी हूं...' चुनाव से पहले कैराना से सपा प्रत्याशी इकरा हसन ने दिया बड़ा बयान
इकरा हसन को समाजवादी पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इकरा हसन दिवंगत पूर्व सांसद मुनव्वर हसन की बेटी हैं. इ
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इकरा हसन को समाजवादी पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इकरा हसन दिवंगत पूर्व सांसद मुनव्वर हसन की बेटी हैं. इ
Uttar Pradesh News : इकरा हसन को समाजवादी पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इकरा हसन दिवंगत पूर्व सांसद मुनव्वर हसन की बेटी हैं. इकरा हसन के भाई नाहिद हसन कैराना विधानसभा सीट से सपा विधायक है. कैराना से लंबे समय से इकरा हसन को लोकसभा प्रत्याशी बनाने की मांग उठ रही थी. कैराना और मुजफ्फरनगर, उन सीटों में सबसे खास थीं, जिसे लेकर जयंत चौधरी और अखिलेश यादव में सहमति नहीं बन पा रही थी. बाद में जयंत चौधरी बीजेपी के ही साथ चले गए. वहीं यूपी तक से बात करते हुए इकरा हसन ने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी.
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इस रणनीति से लड़ेंगी चुनाव
कैराना लोकसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी इकरा हसन ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि, 'सत्ता पक्ष से चुनाव लड़ना कभी आसान नहीं रहता पर हमें पूरा विश्वास है कि हम ये चुनाव जीत रहे हैं. कैराना में अपने समर्थकों और कर्यकर्ताओं को इक्कठा कर लिया है और अब चुनावी जंग लड़ने कि तैयारी कर रहे हैं.' सपा प्रत्याशी ने आगे कि राजनीति में हर लड़ाई एक चुनौती है. लेकिन आज जो तानाशाही सरकार की चल रही है उसके खिलाफ़ खिलाफ़ लड़ना जरूरी है. भाजपा को मौका दिए हुए 10 साल हो गए हैं, लेकिन उन्होंने किसी भी वर्ग का कोई भला नहीं किया है. किसान परेशान है और युवाओं को रोजगार नहीं है. हाल ही में पुलिस भर्ती का पेपर भी लीक कर दिया गया.
भाजपा पर किया जमकर हमला
भाजपा पर हमला करते हुए इकरा हसन ने आगे कहा कि, 'भाजपा में उनके लोगों की ही कोई अहमियत नहीं है वहां तो तानाशाही चलता है. उनके लोगों की उनकी ही पार्टी मे पूछ नहीं होती. उन्होंने अभी तक लोकसभा चुनाव के लिए अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उन्हें डर हैं कि जैसे ही प्रत्याशियों का एलान करेंगे कोई ना कोई नाराज हो जाएगा और हमारा साथ छोड़ देगा. अपने पत्ते बिखरन ना जाए इसलिए अभी तक वो प्रत्यशियों का एलान तक नहीं कर पा रहे हैं.'
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इकरा हसन ने आगे कहा कि, 'जयंत चौधरी ने ही चुनाव उनका नाम सुझाया था और वह अपने चुनाव चिन्ह पर मुझे लड़ना चाहते थे. इसलिए मैं उनकी आभारी हूं और अभी भी गठबंधन पूरी तरह से नहीं टूटा दोनों नेताओं के बीच में अच्छा तालमेल है.'
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