यूपी MLC चुनाव: माफिया बृजेश सिंह से डरे बीजेपी प्रत्याशी? बोले- उनके लिए कुछ भी संभव
“जब माफिया डॉन बृजेश सिंह वाराणसी के सेंट्रल जेल में बंद हैं तो साम,दाम,दंड और भेद कुछ भी अपना सकते हैं. उनके लिए कुछ भी…
ADVERTISEMENT

“जब माफिया डॉन बृजेश सिंह वाराणसी के सेंट्रल जेल में बंद हैं तो साम,दाम,दंड और भेद कुछ भी अपना सकते हैं. उनके लिए कुछ भी संभव है.” यह आरोप एक बार फिर वाराणसी में बीजेपी के टिकट पर MLC चुनाव लड़ रहे डॉ. सुदामा सिंह पटेल ने लगाया है.
उन्होंने कहा कि हम लोग तो अपने मतदाताओं से सिर्फ प्यार से वोट मांग सकते हैं, जबकि बृजेश सिंह 25-25 हजार में वोट खरीद रहे हैं.
उन्होंने बताया, “आपराधिक प्रवृति के लोग कुछ भी कर सकते हैं, उसका कुछ आकलन नहीं किया जा सकता है. वह चिट्ठी भिजवा सकते हैं, जनप्रतिनिधि मतदाता को भी डरा सकते हैं, पैसा-धमकी भी दे सकते हैं.”
उन्होंने दावा कि उनके चुनाव में जनता ने मूड बना लिया है, इसलिए मुकाबला किसी से नहीं होगा, सीधे जीत उन्हीं की होगी.
गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले डाॅ. सुदामा ने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह के निर्दल उम्मीदवार के तौर पर मैदान में खड़े हो जाने से उनके कार्यकर्ता डर गए हैं और साइलेंट हो चुके हैं.
यह भी पढ़ें...
इसी पर एक बार फिर सवाल करने पर डाॅ. सुदामा ने दावा किया कि अब कार्यकर्ता उनके साथ है. सभी जरूरी ब्लाॅक स्तर तक की बैठकें सभी जिलों में हो गई हैं. पूरी तैयारी चुस्त-दुरूस्त हो गई है. पार्टी ने आश्वस्त किया है कि बाहुबली से डरना नहीं है. बीजेपी एक स्वच्छ सरकार के निर्माण में बृजेश सिंह जैसे लोगों के मिथक को तोड़ना है, जो जेल में बैठकर बाहुबल और धनबल के जरिए पैसे बांटकर जीत जाते हैं. ऐसे लोगों को हटाने के लिए बीडीसी और प्रधानों ने कमर कस ली है.
बीजेपी प्रत्याशी ने साफ किया कि उनकी नाराजगी पार्टी से नहीं थी, बल्कि उन लोगों से थी जो लोग बाहुबल से डरते हैं. उन्होंने कहा कि बाहुबल से डरते रहेंगे तो अपराध हमेशा जीतता रहेगा. यही डर लोगों के दिलों से हटाना था. लोगों तक संदेश जाए कि जब डाॅ. सुदामा पटेल अपनी हत्या और बाहुबल से नहीं डर रहे हैं, तो लोगों को उनका साथ देना चाहिए.
डाॅ. सुदामा ने खुद को बृजेश सिंह की ओर से मिलने वाली धमकियों के सवाल पर कहा कि उन्हें डायरेक्ट धमकी नहीं मिली है. लेकिन बृजेश सिंह के लोग कहते जरूर थे कि याद रखा जाएगा. याद रखने का मतलब क्या है?
डाॅ. सुदामा ने बताया कि बृजेश सिंह के मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी कहा था, जिसपर उन्होंने निडर होकर चुनाव लड़ने को कहा है. सीएम योगी ने आश्वासन दिया कि किसी अपराधी कि इतनी भी हिम्मत नहीं है कि बीजेपी के कार्यकर्ता को छू भी ले.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद का चुनाव: 12 अप्रैल को रिजल्ट, एसपी-बीजेपी में सीधा मुकाबला