उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ महीनों से नाम बदलने का जो दौर शुरू हुआ है, वे थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले दिनों जिलों और शहरों के नाम बदलने को लेकर काफी विवाद हुआ था. अब इसी क्रम में लखनऊ के एक स्कूल का नाम बदले जाने पर माहौल गर्म हो गया है. दरअसल, साल 2016 में अखिलेश सरकार के दौरान लखनऊ के जानकीपुरम में बनाए गए अभिनव मॉडल स्कूल मड़ियावां के भवन का नाम बदले जाने पर राजनीति तेज हो गई है. नाम बदले जाने पर समाजवादी पार्टी के पार्षद, लोहिया वाहिनी और समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया है. स्कूल के भवन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अब अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने का प्रस्ताव पारित हो गया है.
इस मामले में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा,
“अभिनव मॉडल स्कूल, जानकीपुरम, लखनऊ का नाम बदलने पर पार्षद, लोहिया वाहिनी व समाजवादी छात्र सभा का विरोध और आक्रोश जायज है. नाम बदलने का भी नशा होता है, ये दुनिया ने पहली बार देखा है. नाम बदलने वाले 100% बदले जाएंगे.”
अखिलेश यादव
अभिनव मॉडल स्कूल, जानकीपुरम, लखनऊ का नाम बदलने पर पार्षद, लोहिया वाहिनी व समाजवादी छात्र सभा का विरोध और आक्रोश जायज़ है।
नाम बदलने का भी नशा होता है, ये दुनिया ने पहली बार देखा है।
नाम बदलनेवाले 100% बदले जाएंगे। #भाजपा_ख़त्म#नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/7pFiH4KtbK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 22, 2021
जानकीपुरम के पार्षद चांद सिद्दीकी के मुताबिक, “अखिलेश यादव जी द्वारा बनवाए गए प्राइवेट स्कूल से भी बेहतर सुविधा वाले अभिनव मॉडल स्कूल का वर्तमान योगी सरकार नाम बदल रही है, जिसके विरोध में समाजवादी पार्टी ने प्रदर्शन किया है.”
उन्होंने आगे कहा, “ये सरकार गरीबों के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए तो कुछ काम कर नहीं रही है, बस पिछली सरकार में अखिलेश यादव जी द्वारा किए गए कामों का नाम बदल रही है. ये बिल्कुल गलत है.”
पार्षद के मुताबिक, 28 कमरे वाला यह स्कूल एसपी सरकार के दौरान 14 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से बनाया गया था.
बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह के मुताबिक, “विधायक नीरज बोरा ने स्कूल का नाम बदलने की मांग की थी, जिसके बाद शासन स्तर से नाम बदलने का आदेश आ गया है.”
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