उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ब्राह्मण वोटर्स को लुभाने की कवायद चल रही है. बहुजन समाज पार्टी जहां प्रबुद्ध सम्मलेन करा रही है वहीं समाजवादी पार्टी परशुराम के नाम पर ब्राह्मणों को लुभा रही है. अब इस कवायद में सरयूपारीण बनाम कान्यकुब्ज ब्राह्मण की एंट्री होती दिख रही है. बीएसपी के प्रबुद्ध सम्मेलन को लेकर पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा पर एसपी के ब्राह्मण नेता बी. पांडेय ने इसी एंगल से निशाना साधा है.
“सतीश चंद्र मिश्रा हैं कान्यकुब्ज ब्राह्मण और हम हैं सरयूपारीण ब्राह्मण”
बी. पांडेय ने अपने बयान में कहा है, “बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को पता ही नहीं है कि वह ब्राह्मण हैं भी या नहीं. मिश्रा हैं कान्यकुब्ज ब्राह्मण और हम हैं सरयूपारीण ब्राह्मण. कान्यकुब्ज को सरयूपारीण ब्राह्मण मानता ही नहीं.”
“ब्राह्मणों को सम्मान चाहिए तो वे एसपी से जुड़ें”
उन्होंने कहा, “तिलक, तराजू और तलवार के सिद्धांत पर चलने वाली बीएसपी से ब्राह्मण कभी नहीं जुड़ेगा. ब्राह्मणों को अगर सम्मान चाहिए तो एसपी के साथ उन्हें जुड़ना ही होगा.”
आपको बता दें कि बी. पांडेय जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं.
दरअसल, पांडेय ने एसपी अध्यक्ष अखिलेश के भदोही दौरे से पहले प्रेसवार्ता के दौरान ये बयान दिया. आपको बता दें कि अखिलेश यादव 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के भदोही में ‘समाजवादी शिक्षक सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे.