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शिवपाल यादव के चुनावी रथ पर कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम भी दिखे सवार, जानें क्या है माजरा

कुमार कुणाल

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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच गठबंधन होगा या नहीं, ये अभी भी बड़ा सवाल बना हुआ है. इस बीच मंगलवार, 12 अक्टूबर को भतीजे अखिलेश यादव ने कानपुर से ‘विजय यात्रा’ शुरू की तो चाचा शिवपाल यादव ने वृंदावन से ‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’ का आगाज किया. लंबे समय से इस बात की चर्चा चल रही है कि दोनों पार्टियों में चुनाव को लेकर गठबंधन हो जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है.

मंगलवार को जब शिवपाल यादव ने ‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’ की शुरुआत की तो उसमें कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी सवार दिखे. ये तस्वीर सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई. इस पर यूपी तक ने प्रमोद कृष्णम से बात की और उनके कांग्रेस छोड़ने के कयासों के बारे में भी पूछा. इस खबर में आगे पढ़िए कि इसपर प्रमोद कृष्णम ने क्या है.

शिवपाल यादव की ओर से ‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’ की शुरुआत करने पर यूपी तक ने उनसे बात की. आइए आपको बताते हैं कि शिवपाल ने बातचीत में क्या-क्या कहा.

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शिवपाल बोले,

  • ‘आज का शुभ दिन है और शुभ दिन के साथ-साथ हमने ‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’ को मथुरा-वृंदावन से शुरू किया है’

  • ‘इस समय परिवर्तन की जरूरत है, इसीलिए रथ का नाम ‘सामाजिक परिवर्तन’ रथ रखा गया है.’

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  • ‘झूठे वादे और गलत निर्णय की वजह से पूरा देश संकट के दौर से गुजर रहा है.’

  • अखिलेश को अर्जुन बनाने को लेकर पूछे गए सवाल पर शिवपाल ने कहा,

    मैंने तो बहुत प्रयास किया है. हमारे पास बहुत लोग हैं. हम चाहते हैं कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में और लोग भी जुड़ें. मैं कई बार नेताजी के साथ मिल समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाया हूं और हम चाहते हैं की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी 2022 के चुनाव में फिर से सत्ता में आए.

    शिवपाल सिंह यादव

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    बकौल शिवपाल, “जनता के बीच में जाएंगे और कहीं ना कहीं जनता हमें कृष्ण के रूप में सारथी जरुर मानेगी. नेता जी का आशीर्वाद तो हमारे ऊपर हमेशा रहा ही है और वह हमेशा हमारे दिल में हैं.”

    अखिलेश यादव से मतभेद पर शिवपाल ने कहा, “मैंने बहुत प्रयास किया है और अभी संभावनाएं हैं. राजनीति में संभावनाएं कभी खत्म नहीं होतीं इसलिए हमने कहा है कि सभी समान विचारधारा के लोग और सभी सेक्युलर पार्टी के लोग सत्ता परिवर्तन के लिए एक हो जाएं. अगर सब एक हो जाएंगे तो सत्ता परिवर्तन बहुत आसानी से हो जाएगा.”

    शिवपाल ने कहा, “मैंने 40 साल तक समाजवादी पार्टी में काम किया और नेताजी के साथ समाजवादी पार्टी को बुलंदियों तक पहुंचाया है. मैंने कई बार कहा है कि मेरी पहली प्राथमिकता समाजवादी पार्टी है. लेकिन साथ ही साथ और भी पार्टियां हैं, जिनकी विचारधारा एक जैसी है. वक्त आएगा तो इसका खुलासा भी हो जाएगा कि और कौन-कौन सी पार्टियां हैं.”

    उन्होंने आगे कहा, “जैसे-जैसे चुनाव आएंगे हम छोटी पार्टियों से और बात करेंगे. जहां तक इस रथ की बात है तो यह 75 जिलों में लगातार चलता रहेगा.”

    इस मौके कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा,

    “उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी की सरकार अधर्म के रास्ते पर चल चुकी है. उसको उखाड़ फेंकने के लिए शिवपाल सिंह यादव जी ने एक धर्म यात्रा शुरू की है. मेरे शिवपाल जी से बहुत निकट संबंध हैं और शिवपाल जी कल्कि धाम से भी जुड़े हुए हैं. उनकी इस यात्रा की सफलता के लिए मैं उनको शुभकामनाएं देने आया हूं.”

    आचार्य प्रमोद कृष्णम, कांग्रेस नेता

    उन्होंने आगे कहा, “ना तो शिवपाल जी ने कांग्रेस जॉइन की है और ना ही मैंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी जॉइन की है. राष्ट्र और लोकतंत्र को बचाने के लिए यह बड़ा कदम है और मैं उनका समर्थन करने के लिए आया हूं.”

    प्रमोद कृष्णम बोले- ‘अखिलेश से हुई चूक’

    उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव जी को जिस तरीके से सड़क पर नजर आना चाहिए था, पिछले डेढ़ से दो सालों में वह चूक उनसे हुई है. उन्होंने आगे कहा, “जैसे-जैसे इलेक्शन का वक्त नजदीक आएगा एक बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार होगा और हर हाल में हम उत्तर प्रदेश को बीजेपी की जुल्मी सरकार से मुक्त कराएंगे.”

    आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले यादव परिवार में कलह समाजवादी पार्टी की हार की एक वजह बनी थी. इसके बाद शिवपाल ने एसपी अलग होकर अपनी नई पार्टी बना ली थी. ऐसा माना जाता है कि इटावा, मैनपुरी, आगरा, बदायूं और संभल जैसे जिलों में शिवपाल यादव की पकड़ मजबूत है. ऐसे में अगर 2022 के चुनाव से पहले एसपी का गठबंधन शिवपाल से नहीं हुआ तो वह इन सीटों पर अखिलेश यादव को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

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