‘अपने नेतृत्व में सारे चुनाव हारे अखिलेश’, राजभर ने यूं खोली ‘पोल’, दे दी सबसे बड़ी नसीहत

अनिल अकेला

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आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव (Rampur-Azamgarh By-election) में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी (SP) सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने सहयोगी दलों के निशाने पर आ गए हैं. इन सहयोगी दलों में सबसे मुखर हैं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar). सुभासपा चीफ ने पहले तो अखिलेश यादव को एसी कमरे से बाहरे निकल कर राजनीति की सलाह दी. अब इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए राजभर यहां तक बोल गए हैं कि जब से अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का नेतृत्व संभाला है, उन्हें किसी चुनाव में जीत नहीं मिली है.

मुलायम सिंह यादव की कृपा से सीएम बने अखिलेश

विरासत में मिली राजनीति से जुड़े एक सवाल पर राजभर ने अखिलेश यादव को खरी-खरी सुना दी है. अपनी चुभती भाषा शैली को लेकर मशहूर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव 2012 में अपने दम पर नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की कृपा से सीएम बने थे. राजभर ने कहा कि जब से अखिलेश यादव के नेतृत्व में चुनाव हो रहे हैं, चाहे वह 2014 हो, 2017 हो, 2019 हो, 2022 हो या एमएलसी चुनाव, सभी में उन्हें हार मिली है.

अखिलेश और मायावती को साथ आने की दी सलाह

ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) और अखिलेश यादव को एक साथ आने की सलाह दी है. राजभर ने कहा कि अगर ये नेता पिछड़े, दलितों को न्याय दिलाना चाहते हैं तो उन्हें साथ आना चाहिए. राजभर ने बेहत तल्ख लहजे में कहा कि अखिलेश और मायावती, दोनों एक दूसरे को खत्म करने में लगे हैं. उन्होंने कहा, ‘मायावती खुश हैं कि बीजेपी जीत गई. उनके बयान देखिए. अखिलेश और मायावती के लिए सीख है कि कायदे से लड़िए वरना समाज को गुमराह करना बंद करिए. साफ-साफ कहिए कि भाजपा से डर गए हैं.’

आपको बता दें कि 2019 के आम चुनावों में यूपी में महागठबंधन का प्रयोग हुआ था. सपा और बसपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा. इसके बावजूद बीजेपी को जीतने से नहीं रोक पाए थे. चुनावी नतीजों के बाद यह गठबंधन टिका नहीं और मायावती ने अपनी राह अलग कर ली थी.

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‘विपक्ष नहीं आया साथ तो 80 सीटें जीतेगी बीजेपी’

राजभर ने एक तरह से पूरी विपक्षी राजनीति को चेताते हुए कहा कि अगर सभी विपक्षी दल एक साथ नहीं आए, तो बीजेपी यूपी की 80 सीटें जीतेगी. इस बीच उन्होंने एक बार फिर यूपी 2024 के चुनावों में 5 लोकसभा सीटों पर लड़ने के अपने फैसले को दोहराया. राजभर ने यकीन जताते हुए कहा कि अखिलेश यादव के साथ गठबंधन में उन्हें ये पांच सीटें जरूर मिलेंगी.

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