जाट समाज के जातिवादी लोगों... हरियाणा में 37 सीटों पर लड़ जीरो स्कोर करने के बाद मायावती ये बोलीं

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Mayawati on Haryana election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिवंगत जाट नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिजनों के नेतृत्व वाले इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ गठबंधन में उतरी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) खाली हाथ रही.

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बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती। (फ़ाइल फ़ोटो)
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Mayawati on Haryana election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिवंगत जाट नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिजनों के नेतृत्व वाले इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ गठबंधन में उतरी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) खाली हाथ रही. इस गठबंधन में बसपा को 37 सीटें मिली थीं. वहीं INLD ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा था. INLD को दो सीटों पर जीत मिली, लेकिन बसपा का स्कोर जीरो रहा. अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा में पार्टी के खराब प्रदर्शन का ठीकरा कथित तौर पर 'जाट समाज के जातिवादी लोगों' पर थोप दिया है. मायावती ने इस परिणाम को लेकर एक्स (पहले ट्विटट) पर तीन पोस्ट की हैं. 

हरियाणा चुनाव के नतीजों पर ये बोलीं मायावती

मायावती ने ट्वीट में लिखा, 'हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ.'

मायावती आगे लिखती हैं, 'जबकि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बीएसपी से एमएलए तथा सरकार में मंत्री भी बने हैं. हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह.'

बीएसपी सुप्रीमो ने अगले ट्वीट में लिखा, 'बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ व आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी. लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है. नया रास्ता निकलेगा.'

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हरियाणा चुनाव में एक अटेली विधानसभा की सीट ही ऐसी थी जहां मतों की गिनती के दौरान ऐसा लगा कि बसपा यह सीट निकाल लेगी. बसपा ने यहां से अत्तर लाल को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी ने इस सीट पर दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव को कैंडिडेट बनाया था. आरती ने महज 3085 वोटों के अंतर से अत्तर लाल को हरा दिया. 

आकाश आनंद को मायावती ने सौंपी थी हरियाणा की जिम्मेदारी

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूरी की पूरी सियासी जमीन दरक चुकी है. हरियाणा विधानसभा चुनावों में मजबूत प्रदर्शन करने के लिए मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी. आकाश आनंद ने कई सभाएं की. 29 वर्षीय आकाश आनंद हरियाणा में बसपा के स्टार प्रचारक रहे.  मायावती ने एक तरह से हरियाणा विधानसभा चुनावों की पूरी कमान आकाश आनंद को सौंप दी थी. पर आकाश आनंद भी इस चुनाव में कोई छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हुए.

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