पुलिस पिटाई से मौत? प्रियंका ने मृतक की पत्नी से की बात, अखिलेश-माया का योगी सरकार पर हमला
कानपुर के युवक मनीष गुप्ता की गोरखपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद अब विपक्ष योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर हो गया है.…
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कानपुर के युवक मनीष गुप्ता की गोरखपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद अब विपक्ष योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर हो गया है. बहुजन समाज पार्टी चीफ मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की इस मामले पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. प्रियंका गांधी ने मनीष की पत्नी से फोन पर बात भी की है.
अखिलेश यादव ने 29 सितंबर को अपनी कन्नौज यात्रा के दौरान एक बार फिर इस मामले को उठाया. अखिलेश ने कहा, ”गोरखपुर में जहां मुख्यमंत्री का क्षेत्र है, वहां एक व्यापारी की जान चली गई. पुलिस ने उनकी जान ले ली. इसकी जिम्मेदार सरकार है. न जाने कितने लोगों की जान सरकार ने ली है.’
इससे पहले अखिलेश यादव ने मंगलवार, 28 सितंबर को भी इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था. अखिलेश यादव ने तब ट्वीट कर कहा था, ”गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने एक युवा व्यापारी की जान ले ली. ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है. यूपी की बीजेपी सरकार ने एनकाउंटर की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, ये उसी का दुष्परिणाम है. संलिप्त लोगों पर हत्या का मुकदमा चले और यूपी को हिंसा में धकेलने वाले इस्तीफा दें.”
वहीं, प्रियंका ने 29 सितंबर को ट्वीट कर कहा, ”खबरों के अनुसार गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है. इस सरकार में जंगलराज का ये आलम है कि पुलिस अपराधियों पर नर्म रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है.”
इस मामले पर मायावती ने ट्वीट कर कहा है, ”यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा होटल में रात्रि रेड करके तीन व्यापारियों के साथ बर्बर व्यवहार और उसमें से एक की मौत अति-दुखद व शर्मनाक घटना (है), जो राज्य में बीजेपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलता है. वास्तव में ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है.”
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इसके अलावा उन्होंने कहा है, ”राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को हर स्तर पर समुचित न्याय देने के साथ-साथ ऐसी अन्य जघन्य घटनाओं को भी अति-गंभीरता से लेकर इनकी पुनरावृति को रोकना सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय करने की बीएसपी की मांग.”
प्रियंका गांधी से मृतक की पत्नी की क्या हुई बात?
29 सितंबर को ही कानपुर में मृतक मनीष की पत्नी मीनाक्षी से प्रियंका गांधी ने बात की. प्रियंका ने करीब 8 मिनट तक मीनाक्षी से फोन पर बात की. कांग्रेस नेता शैलेंद्र दीक्षित ने बताया कि प्रियंका गांधी ने मीनाक्षी से पूरी घटना को समझा, प्रियंका गांधी की तरफ से यह आश्वासन दिया गया कि कांग्रेस हर स्तर से इस मामले को उठाएगी और न्याय दिलाने में हरसंभव मदद करेगी.
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क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि गोरखपुर पुलिस सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात होटल और सरायों में रुकने वाले लोगों की जांच के लिए निकली थी.
पुलिस का दावा है कि ‘संदिग्धों के ठहरने की सूचना पर’ रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्थित एक होटल के कमरे को खुलवाया गया. यहीं रुके मनीष कुमार गुप्ता की इस मामले में मौत हुई है. उनके साथ रुके उनके दोस्त गुरुग्राम के रहने वाले अरविंद सिंह ने बताया कि वे होटल कृष्णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे.
अरविंद ने बताया कि देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे, मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए, पुलिसवाले सामान तक चेक करने के बाद पीटने लगे. अरविंद का आरोप है कि पुलिसवाले शराब के नशे में भी थे, देर रात में की जा रही चेकिंग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने पीटा.
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(कानपुर से रंजय सिंह और गोरखपुर से गजेंद्र त्रिपाठी के इनपुट्स के साथ)
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