कटेहरी उपचुनाव में BSP का बड़ा ऐलान, प्रत्याशी मायावती से मिल आए, जानिए कौन हैं अमित वर्मा
Katehari By Election : उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. ये 9 सीटें ऐसी हैं, जिसपर मौजूदा विधायक लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंच चुके हैं.
ADVERTISEMENT
Katehari By Election : उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. ये 9 सीटें ऐसी हैं, जिसपर मौजूदा विधायक लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंच चुके हैं. अब इन सीटों पर आने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी, बीजेपी के साथ बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने भी मजबूती से तैयारी करनी शुरू कर दी है. इसी बीच फूलपुर और मझवा सीट के बाद अब कटेहरी सीट पर उपचुनाव को लेकर बीएसपी का बड़ा ऐलान सामने आया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र भैया को बसपा प्रभारी बनाया है. आमतौर पर प्रभारी ही बसपा के प्रत्याशी होते हैं.
इस बीच अमित वर्मा ने अपने पिता रामकेश वर्मा के साथ मायावती से मिलकर उनका आशीर्वाद भी ले लिया है. इस मुलाकात में उनके साथ बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल भी मौजूद रहे. अमित वर्मा ने दावा किया है कि वह इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में जीत दर्ज कर इसे बहुजन समाज पार्टी के झोली में डालने का काम करेंगे.
कौन हैं अमित वर्मा?
अमित वर्मा हाल ही में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद छोड़कर बसपा में शामिल हुए हैं. अब बीएसपी ने उन्हें कटेहरी विधान सभा का प्रभारी बनाकर एक तरह से उनका टिकट फाइनल ही कर दिया है. अमित वर्मा 2005 में पहली बार ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े और हार गए. 2012 के विधान सभा चुनाव में अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र को कांग्रेस ने कटेहरी से अपना प्रत्याशी बनाया था. इस चुनाव में कांग्रेस को करीब 12 हज़ार वोट मिले थे. साल 2020 में अमित वर्मा को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया गया. करीब दो महीने पहले इन्होंने कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
उधर अखिलेश ने कटेहरी में शिवपाल को दिया बड़ा जिम्मा
हालांकि अमित वर्मा के लिए कटेहरी का उपचुनाव कोई आसान हो, ऐसी बात नहीं है. समाजवादी पार्टी ने इस सीट के अलावा बाकी सभी सीटों पर चुनाव प्रभारी तय कर दिए हैं. कटेहरी सीट को लेकर अखिलेश कितने संजीदा हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां से अपने चाचा शिवपाल यादव को प्रभारी बनाया है.
अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या हुए एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. इस हत्याकांड पर यूपी सरकार की स्पेशल टीम क जांच रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है. जांच रिपोर्ट में यूपी पुलिस को क्लीन चिट मिल चुकी है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT