रामचरित मानस विवाद: स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भड़कीं अपर्णा, अखिलेश पर कही ये बात

अभिषेक मिश्रा

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) के लिए चुना गया है. इसके बाद नेताजी की छोटी बहू और बीजेपी (BJP) नेता अपर्णा यादव (Aparna Yadav) की प्रतिक्रिया आई है. यूपी तक से खास बातचीत करते हुए अपर्णा यादव ने तमाम मुद्दों पर खुल कर अपनी राय रखी.

नेता जी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलने पर अपर्णा यादव ने कहा कि पूरे परिवार के लिए हर्ष और गौरव का विषय है. मैं उनकी छोटी बहू यह मेरा सौभाग्य और उनका आशीर्वाद मुझे मिला है.

वहीं डिंपल यादव की मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग पर अपर्णा यादव ने कहा कि देर हो गई, सही समय पर नहीं मिला. नेताजी हमेशा कहते थे, जो भी चीज-सम्मान से मिले उसे स्वीकार करें. भाभी डिंपल यादव के भारत रत्न की मांग पर कहा कि जो मिल गया है. उससे खुशी से स्वीकार आ जाए ना कि इस तरीके के सवाल उठाए जाएं. अपर्णा यादव ने शिवपाल यादव पर कहा कि मैं परिवार के लिए हमेशा से एक है छोटी बहू हूं. मैंने बीजेपी को चुना है और ज्वाइन करते समय कहा था कि राष्ट्रवाद के लिए पार्टी में आई हूं. पीएम मोदी और सीएम योगी की कार्यशैली से प्रभावित हूं.

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अपर्णा यादव ने कहा कि पीएम मोदी का विजन फॉर यूथ को इंस्पायर करता है, पार्टी में जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे पूरा करूंगी. कभी किसी चीज की उम्मीद नहीं करती, योगी जी का गाइडेंस मिले प्रदेश आगे अच्छे से चले यही उम्मीद है. धीरज धराय तभय हो पारा, ये रामचरितमानस की इस पंक्ति में मैं विश्वास रखती हूं, धीरज रखने से फल मिलेगा. मैं जानती हूं कि पार्टी के लोग मेरे काम को जानते हैं. मैंने धीरज रखा हुआ है और मुझे पूरा विश्वास है.

वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरिक मानस पर विवादित बयान पर अपर्णा यादव ने कहा कि वल्लभाचार्य जी ने रावण ने शिव तांडव स्त्रोत लिखा तो उसका रूप वर्णन है. हर व्यक्ति की रचना से उसके बारे में पता चलता है.

स्वामी प्रसाद मौर्य कैसा बोलते हैं वह भी उनके बारे में बताता है. जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी ये कहा गया है. अपनी राजनीति चमकाने के लिए किसी भी धर्म पर टिप्पणी करना ठीक नहीं. स्वामी प्रसाद मौर्य का रामचरितमानस पर यह बयान उनके चरित्र को दिखाता है. उन्होंने अपने व्यक्तित्व के बारे में बताया है. रामचरितमानस के बारे में बोलने से कोई छोटा बड़ा नहीं हो जाता यह बात उन्हें सोचना चाहिए.

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स्वामी प्रसाद मौर्य के बायान पर अखिलेश यादव क्यों चुप है इस पर अपर्णा यादव ने कहा कि इसका जवाब वही दे. मैं कुछ नहीं कहूंगी लेकिन यह जरूर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐसे बयान दे कर के भावनाओं को तो आहत किया ही है बल्कि अपना चरित्र भी बताया है. मैं पार्टी के साथ पूरी ईमानदारी के साथ हूं. 2024 को लेकर की तैयारी चल रही है जो संगठन सोचेगा उसके लिए तैयार हूं. अपने मन से कोई इच्छा नहीं रखती.

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