वाराणसी के इस कलाकार में है अनोखा हुनर, लोगों को सामने बैठा बना देता है हूबहू मूर्ति
Uttar Pradesh News: साधारण सी मिट्टी में अपने हुनर के जरिए जान फूंकने वाले मूर्तिकारों में भी वे मूर्तिकार असाधारण और विलक्षण प्रतिभा वाले होते…
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Uttar Pradesh News: साधारण सी मिट्टी में अपने हुनर के जरिए जान फूंकने वाले मूर्तिकारों में भी वे मूर्तिकार असाधारण और विलक्षण प्रतिभा वाले होते हैं, जो पोर्टरेचर मूर्तिकला के धनी होते हैं. इस कला में मूर्तिकार अपने सामने बैठे ऑब्जेक्ट को लाइव उसी वक्त बैठकर मिट्टी के सहारे मूर्ति की शक्ल दे देता हैं. लेकिन देश में ऐसी कला के धनी कलाकार न के बराबर ही हैं. लेकिन वाराणसी (Varanasi News) के राजेश कुमार ने इसमें महारत हासिल कर ली है. जिन्होंने देश के कई नामचीन लोगों की मूर्ति बनाई है और अब उनकी इच्छा पीएम मोदी और सीएम योगी की लाइव मूर्ति बनाने की है.
जिस तरह से चित्रकार किसी शख्स को सामने बैठाकर कैनवास पर ब्रश के जरिये अपना हुनर दिखाता है, उसी प्रकार अगर कोई मूर्तिकार अगर ऐसा करता है तो यह कला काफी विलक्षण और अद्भुत मानी जाती है. इसे ‘पोर्टरेचर’ यानी व्यक्ति चित्र कहा जाता है. देश में शायद ही इस कला में कोई पूरी तरह से धनी होगा. लेकिन वाराणसी के राजेश कुमार को इसमें महारक हासिल हैं. राजेश कुमार मूलरूप से बिहार के दरभंगा के रहने वाले है. महज एक घंटे के वक्त में राजेश सामने बैठे शख्स की शक्ल मिट्टी में हूबहू गढ़ देते हैं. वे बताते हैं कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि कला की नहीं रही है, लेकिन उनका रूझान हमेशा से रहा है.
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विलक्षण प्रतिभा देखकर सभी दंग
फाइन आर्ट की पढ़ाई के लिए वह दरभंगा से BHU आए तो उन्हे मिट्टी से लगाव हो गया और तभी से वह ‘पोर्टरेचर’ करते चले गए. उन्होंने डॉ नामवर सिंह, पंडित जसराज, नागार्जुन, जानकी वल्लभ शास्त्री, त्रिलोचन शास्त्री, अनूप जलोटा और पंडित हरिप्रसाद चौरसिया की भी मूर्ति सामने बैठाकर बना चुके हैं. इसी कड़ी में वह फिलहाल काशी के प्रसिद्ध हास्य कवि सुदामा तिवारी ‘सांड बनारसी’ की भी मूर्ति बना रहें हैं. वहीं हास्य कवि सुदामा तिवारी ‘सांड बनारसी’ शिल्पकार राजेश कुमार की विलक्षण प्रतिभा देखकर दंग रह गए. उनकी दिली इच्छा है कि वे देश के पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी मूर्ति बनाए.
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