वाराणसी में 17 साल के सौरभ यादव की हुई पीट पीटकर हत्या, जानिए इसके पीछे की पूरी कहानी
Varanasi News: आज भारत चांद की सतह पर दस्तक दे चुका है, बावजूद इसके लोगों को मानसिकता में अभी भी बदलाव नहीं आया है. ऐसा…
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Varanasi News: आज भारत चांद की सतह पर दस्तक दे चुका है, बावजूद इसके लोगों को मानसिकता में अभी भी बदलाव नहीं आया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जाति-बिरादरी के वर्चस्व में एक हत्या कर दी गई है. आपको बता दें कि वाराणसी में 17 वर्षीय सौरभ यादव नामक युवक की दूसरी जाति के दबंगों ने मामूली विवाद में पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस अब पांचों नामजद आरोपियों समेत कई अज्ञात की तलाश में जुट गई है और जगह-जगह दबिश दे रही है. साथ ही जल्द आरोपियों को पकड़ लेने का दावा भी कर रही है.
आखिर क्या है पूरी घटना?
वाराणसी में रविवार की शाम चौबेपुर क्षेत्र का रहने वाला 17 वर्षीय युवक सौरभ यादव अपने नजदीक नेवादा के एक साथी के साथ बाइक पर सवार होकर एक अन्य दोस्त साथ निकला था. मगर परिजनों को क्या पता था कि अब कभी सौरभ सही सलामत घर वापस नहीं आएगा, आएगी तो उसकी लाश. दरअसल सौरभ की हत्या के दौरान वहां मौजूद एक मात्र उसका दोस्त था, जो इस घटना का चश्मदीद भी बना. जबकि उसका दूसरा दोस्त वहां से भाग निकला था.
चश्मदीद ने ये बताया
चश्मदीद के मुताबिक वे तीनों एक साथ थोड़े ही दूर आगे बढ़े थे कि इतने में सौरभ को एक फोन आता है. सामने वाला बताता है कि उसे लोग जान से मार देंगे, इसलिए जल्दी आ जाओ. बाइक घुमाकर तीनों शहर के आशापुर तक बढ़े ही थे कि बीच में सुनसान और अंधेरी जगह पर कुछ अंजान लोगों ने चलती बाइक के आगे गाड़ी लगा दी. इसके उनकी चलती बाइक टकरा गई.
चश्मदीद के अनुसार इस दौरान एक दोस्त वहां से भाग निकला और सौरभ भी भागने लगा. मगर हमलावरों ने सौरभ को लाठी-रॉड से खूब पीटा. चश्मदीद ने बताया कि वे हमलावरों को पहचान नहीं पाया. उसने छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसे धक्का दे दिया. फिर उसकी तरफ से दी गई सूचना पर पुलिस आई और सौरभ को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अगली सुबह BHU ट्रॉमा सेंटर उसकी मौत हो गई.
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मृतक के पिता ने बताई ये बड़ी बात
वहीं सौरभ यादव के पिता ने अपने बेटे की हत्या के पीछे बहुत ही मामूली कारण यह बताया कि सौरभ का दोस्त साहिल था, जिसकी गाड़ी में कुछ ठाकुर लड़कों ने टक्कर मार दी थी. सौरभ ने विरोध इसका किया. सौरभ ने उन लड़कों में से एक को सिर्फ धक्का दिया था और फिर साहिल को अपने साथ ले जाकर उसके घर छोड़ दिया.
सौरभ के पिता हिचकते हुए बताते हैं कि उनके गांव मड़नी महासीपुर के यादव लोगों से कमौली गांव के ठाकुरों का झगड़ा रहा है और इसी वजह से सौरभ को भी जान से मारने की धमकी मिली थी. फिर उन्होंने सफाई दी कि गांव के बड़ों का आपस में झगड़ा नहीं है, लड़कों में विवाद हुआ था. विवाद छोटा सा था तो नहीं लग रहा था कि ऐसी बड़ी घटना हो जाएगी. अब सौरभ के पिता ने न्याय की मांग की मांग की है.
पुलिस ने बताया
वहीं हत्या के मामले में सारनाथ थाने में पुलिस ने कमौली गांव के चार ठाकुर लड़कों और सौरभ के साथ मौजूद एक दोस्त यानी कुल 5 ज्ञात और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. मामले की जांच में लगे ACP धनंजय मिश्रा ने बताया कि सारनाथ-चौबेपुर थाने की दो टीमे वांछितों की गिरफ्तारी के लिए बना दी गई हैं. लगातार दबिश दी जा रही है. जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी. घटना की वजह ACP ने बताया कि वर्चस्व कायम करने के लिए वारदात को अंजाम दिया गया है, क्योंकि मरने और मारने वाले का एजग्रुप एक ही है. एक हफ्ते पहले इनका विवाद हुआ था.
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