वाराणसी में देव दीपावली की तैयारी हुई तेज, 84 घाटों को 9 जोन बांटा

रोशन जायसवाल

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अयोध्या के दीपोत्सव के बाद काशी की देव दीपावली में भी 10 लाख की संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है. इसको देखते हुए काशी को अभेद्य किला बनाने की कवायद अभी से शुरू कर दी गई है. काशी के 84 घाटों को 9 जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है. वहीं, कोरोना काल में वेंटिलेटर पर जा चुके होटल व्यवसाय को भी देव दीपावली से नई संजीवनी मिल गई है.

तैनात होंगी क्यूआरटी की 20 टीमें

देव दीपावली के दौरान सात घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है. इनमें अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, राजघाट, चेतसिंह घाट, नमो घाट और पंचगंगा घाट शामिल हैं. घाटों की सुरक्षा के लिए पहले से ही पूरा प्लान वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने तैयार कर रखा है. साथ ही घाटों से लगने वाली संकरी गलियों में भी बड़े स्तर पर फोर्स का डिप्लॉयमेंट किया जाएगा.

इसके अलावा अत्यधिक भीड़ वाले घाटों पर क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) की 20 टीमें तैनात रहेंगी. साथ ही 11 विशेष टीमें लाउडहेलर के साथ घाटों पर पेट्रोलिंग के लगाई जाएंगी. इतना ही नहीं काशी के 17 प्रमुख घाटों पर एंटी रोमिया स्क्वॉड की टीमें भी होंगी. साथ ही साथ हर घाट पर महिला पुलिसकर्मियों की टीम भी मौजूद रहेगी. इसके अलावा 16 गोताखोरों का दस्ता नदी में डूबने से बचाव के लिए उपलब्ध रहेगा.

महिलाओं की सुरक्षा के लिए 11 पिंक बूथ

देव दीपावली पर पर्यटकों को घाटों के दिव्य-भव्य नजारे को दिखाने के लिए गंगा में लगभग 1200 नौकाएं संचालित होंगी. इसे लेकर नाविकों के साथ पहले ही बैठक पूरी कर ली गई है और उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश भी दे दिए गए हैं. इसके अलावा भीड़ प्रबंधन के लिए शहर के पांच स्थानों पर मजबूत बैरिकेडिंग की जाएगी. इनमें मैदागिन, अस्सी, गोदौलिया, भदऊ चुंगी और रामापुरा में बैरिकेडिंग की जाएगी. महिलाओं की सुरक्षा के लिए 11 पिंक बूथ होंगे.

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वहीं, 7 स्थानों राजघाट, नमोघाट, रामनगर के हनुमान मंदिर, बंगाली टोला इंटर कॉलेज, डुमराव बाग, गोदौलिया चौराहा और रामापुरा चौराहा पर इंटीग्रेटेड इमरजेंसी हेल्पडेस्क भी स्थापित किए जाएंगे. इनमें चिकित्सा, पुलिस, ट्रैफिक, फायर ब्रिगेड, संचार कर्मी और खोया पाया के लिए सहायताकर्मी भी होंगे.

एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड और इंटेलिजेंस की टीमें भी रहेंगी तैनात

इसके अलावा देव दीपावली पर काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए भी अलग से सुरक्षा रणनीति बनाई गई है. देव दीपावली पर काशी की अभेद्य सुरक्षा के लिए एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड की टीमों की भी तैनाती होगी. सादे वेश में इंटेलिजेंस के जवान भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा दशाश्वमेध घाट और राजघाट पर एनडीआरएफ और नगर निगम की ज्वाइंट टीमें जल एंबुलेंस के साथ मौजूद रहेंगी. साथ ही साथ जल पुलिस की पांच टीमें भी लगातार गंगा नदी में पेट्रोलिंग करती रहेंगी. इनमें ड्रैगन लाइट, लाउड हेलर, बचाव उपकरण और वायरलेस सेट की उपलब्धता रहेगी.

70 वॉच टावरों से होगी घाटों की निगरानी

देव दीपावली वाराणसी पुलिस ने देव दिवाली के त्योहार के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है. 70 वॉच टावरों से भीड़ पर नजर रखी जाएगी. वॉच टावर बनाने का काम भी शुरू हो गया है. देव दीपावली महोत्सव के दिन एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा मोर्चा संभालेंगे. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को ड्रैगन लाइट और लाउड हेलर के साथ संचार के लिए आरटी सेट दिए जाएंगे.

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डीसीपी आरएस गौतम ने बताया है कि सुरक्षा के मद्देनजर मैंने पूरी टीम के साथ गंगा घाटों का निरीक्षण किया है. पिछले साल देव दीपावली के दौरान हुई प्रत्येक गतिविधि पर चर्चा की गई. इस भव्य देव दिवाली को देखने के लिए वाराणसी शहर के साथ-साथ देशभर से पर्यटक बनारस आते हैं. बनारस के ज्यादातर होटलों और नावों में बंपर बुकिंग है और इस दिन 10 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है.

होटल कारोबारियों की मानें तो सिर्फ देव दीपावली के चलते होटल कारोबार 200 करोड़ रुपये का होगा. वाराणसी में लगभग 1000 छोटे-बड़े मिलाकर होटल्स है, जो पिछले कुछ महीनों से अगले कुछ महीनों तक पूरी तरह पैक हो चुके हैं.

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