हापुड़: छात्रों के माथे से मिटवाया टीका और हाथों से उतरवाया कलावा? बच्चों ने घर पर ये सब बताया

देवेंद्र शर्मा

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Hapur News: उत्तर प्रदेश के हापुड़ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 2 महिला शिक्षिकाओं पर छात्रों के माथे से टीका हटवाने का आरोप लगा है. आरोप है कि शिक्षिकाओं  ने छात्रों के हाथों में बंधी राखी भी हटवा दी और उन्हें फिंकवा दिया.  जिस स्कूल से ये मामला सामने आया है, उसका नाम एंथोनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल है. ये एक मिशनरी स्कूल है. 

बता दें कि इस घटना के बाद छात्रों के परिजन भड़क गए हैं. परिजनों ने स्कूल के खिलाफ जमकर हंगामा काटा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी और एसडीएम भी पहुंचे हैं. पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता के साथ जांच की जा रही है. 

माथे से जबरन मिटवा दिया टीका

दरअसल ये पूरा मामला थाना देहात क्षेत्र के सेंट एंथोनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से सामने आया है. यहां छात्रों के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि 2 महिला शिक्षिकाओं ने बच्चों के हाथों में बंधी राखी, हाथों में बंधा कलावा उतरवा दिया और उन्हें फिंकवा दिया. आरोप ये भी है कि महिला टीचरों ने छात्रों के माथे पर लगा टीका भी मिटवा दिया.  

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अभिभावकों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी मामले की शिकायत की है. अभिभावकों ने दो शिक्षिकाओं के खिलाफ भी पुलिस में तहरीर दी है. स्कूल के छात्रों का कहना है कि दो महिला टीचरों ने हाथ से राखी और कलावे को उतरवाया और उसे कूड़े में फेंक दिया और उनके माथे पर लगा टीका भी जबरन मिटवा दिया.  

क्या बोला स्कूल

इस पूरे मामले पर स्कूल के मैनेजर विजय राओ ने बताया, “स्कूल में सभी धर्म के छात्रों का सम्मान किया जाता है. स्कूल में अभिभावकाें द्वारा इस तरह के जो आरोप लगाए गए हैं, वह शिक्षिका का व्यक्तिगत मामला हो सकता है. इसका स्कूल से कोई लेना देना नहीं है. शिक्षिकाओं को नोटिस दिया गया है.”

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एसडीएम क्या बोलीं

इस मामले पर हापुड़ एसडीएम सुनीता सिंह ने बताया, “मामले की जांच की जा रही है. शिकायत मिली थी कि हाथों से कलावा और राखियां हटवाई गई हैं. इस मामले में कुछ टीचरों के और बच्चों के बयान लिए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

बरेली से भी सामने आ चुका है ऐसा ही मामला

बता दें कि कुछ दिनों पहले ठीक ऐसा ही मामला बरेली से सामने आ चुका है. यहां राखी के बाद जब छात्र मिशनरी स्कूल पहुंचे तो उनके हाथों से राखी उतरावा दी गई और उन्हें राखी का पर्व मनाने से रोका गया. यहां स्कूल प्रबंधन ने छात्रों के हाथों में बंधे कलावे को भी कैंची के कटवा दिया था. छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि इस स्कूल में हिंदू धर्म का कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया जाएगा. 

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बता दें कि मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल ने माफी मांगी तब जाकर मामला शांत हुआ.  

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