जो भी मेन गेट खोलने की कोशिश करता है, मर जाता है? अंबेडकरनगर की ये पुलिस ‘भूत’ से डरती है!

केके पांडेय

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Ambedkarnagar News: एक कहावत काफी प्रचलित है कि ‘पुलिस की मार से भूत भाग जाते हैं.’ मगर उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले से एकदम विपरीत मामला सामना आया है. यहां पुलिस खुद भूत के डर के साए में है. दरअसल, जैतपुर थाने की पुलिस ने भूत के भय से न सिर्फ थाने का मुख्य गेट को बंद कर दिया है, बल्कि थाने में आने-जाने के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है. खुद पुलिस अधकारी भूत के होने की तस्दीक कर रहे हैं. खबर में आगे पूरा माजरा जानिए.

आपको बता दें कि अंबेडकर नगर मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर आजमगढ़ मार्ग पर जैतपुर थाने का मुख्य गेट बंद कर दिया गया है. फरियादियों के लिए थाने की साइड की दीवार को तोड़कर एक अलग प्रवेश द्वार बनाया गया है. जैतपुर थाने का मुख्य गेट बंद करने का कारण एक अदृश्य शक्ति बताई जा रही है. दावा किया जा रहा है कि जिसने भी थाने का मुख्य गेट खोलने का प्रयास किया उसकी असामयिक मौत हो गई.

जब पीएसी के जवानों की चारपाई उड़ गई थी हवा में!

दरअसल यह घटना आज से लगभग डेढ़ दशक पहले कानून-व्यवस्था के लिए यहां पीएसी की एक टुकड़ी के तैनाती के समय की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, थाने में तैनात पीएसी के जवान रात में जब अपनी अपनी चारपाई पर सो रहे थे, तभी मध्य रात्रि पीएसी के जवानों की चारपाई हवा में ऊपर और नीचे उड़ने लगी. इस घटना से सिपाही दहशत में आ गए. सुबह यह बात सबके सामने आई. उस समय वहां पर तैनात तत्कालीन एसओ ने सुबह वहां पर एक पीपल का पेड़ लगा दिया. मगर जब रात हुई तो पीपल का पेड़ खुद उखड़ गया और कई टुकड़ों में कटकर एसओ के कमरे के बाहर देखा पाया गया.

इन सब घटनाओं ने थाने और आसपास के लोगों में दहशत भर दी. लोग किसी अदृश्य चमत्कारिक शक्ति पर भरोसा करने को मजबूर हो गए. वक्त की नजाकत को समझते हुए थाने में अदृश्य शक्ति को शांत करने के लिए पूजा पाठ भी कराई गई. दावा है कि तब तक राहत नहीं मिली जब तक थाने का यह इंट्री पॉइंट खुला था. आखिरकार थाने के इस पुराने गेट को बंद करा दिया गया और दूसरी तरफ से नया गेट खोल दिया गया. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आरके स्वर्णकार ने उस स्थान को चारों तरफ से घिरवा दिया है.

एसपी ने ये बताया

पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया, “इस सिलसिले में वजह तो मैंने भी जानने की कोशिश की. जब मैं इस जनपद में आया तो पता लगा कि मैन सड़क पर जो मुख्य गेट है उसे पूर्व में दो से तीन बार खोला गया था. इसके बाद कुछ दुर्घटनाएं हो गई थीं. इन घटनाओं के बाद थाना क्षेत्र के पुलिस वालो के अंदर भ्रान्ति आ गई है कि यह गेट खोलने से ही दुर्घटनाएं हो रही हैं. वहीं, जिन इन्स्पेक्टर साहब ने थाने का गेट खुलवाया था उन्होंने सुसाइड कर लिया था. उसके बाद से एक प्रकार की प्रथा वहां चल रही है कि उस मुख्य गेट को बंद रखा जाता है और साइड गेट को खोला गया है.”

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