जिस IAS दुर्गा शक्ति नागपाल से घबराता है माफिया मुख्तार...वह अचानक पहुंचीं स्कूलों में, फिर हुआ ये
माफियाओं और अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने वालों डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की नजर अब जिले के सरकारी स्कूलों पर पड़ गई है.
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Durga Shakti Nagpal News: उत्तर प्रदेश के कुछ आईएएस अधिकारी ऐसे हैं, जिनकी अक्सर चर्चा होती रहती है. यह वो आईएएस अधिकारी हैं जो अपने एक्शनों, सख्त फैसलों और अपनी दबंग इमेज के चलते सुर्खियों में रहते हैं. इन्हीं आईएएस अफसरों में बांदा की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का नाम भी शामिल है. बता दें कि बांदा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल फिर एक बार चर्चाओं में आ गई हैं. दरअसल माफियाओं और अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने वालों डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की नजर अब जिले के सरकारी स्कूलों पर पड़ गई है.
इसका बानगी तब देखने को मिली, जब डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने 23 फरवरी को बांदा के दो सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. जैसे ही ये खबर फैली कि डीएम स्कूलों के निरीक्षण पर निकली हैं, वैसे ही जिले के अन्य स्कूलों में हड़कंप मच गया. इस दौरान डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने सरकारी स्कूल की हर व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया. साथ ही मौके पर जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बांदा डीएम नामक आईडी से पोस्ट कर कहा गया, "प्राथमिक विद्यालय जमनी पुरवा व प्राथमिक विद्यालय डिंगवाही का निरीक्षण किया गया. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने व प्रत्येक बुधवार व शनिवार को रिवीजन कराने के निर्देश दिए."
DM दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती से उड़ी माफिया मुख्तार की नींद
उत्तर प्रदेश की चर्चित IAS अधिकारियों में से एक दुर्गा शक्ति नागपाल अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं. कभी अपने फैसलों तो कभी अपनी सख्ती की वजह से उनके बारे में चर्चा होती रहती है. आपको बता दें कि दुर्गा शक्ति नागपाल उसी जिले की डीएम हैं, जहां माफिया मुख्तार अंसारी बंद है. ऐसा कहा जाता है कि डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती की वजह से माफिया मुख्तार अंसारी की रातों की नींद उड़ गई है.
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क्यों डरा हुआ हुआ माफिया मुख्तार?
मालूम हो कि बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी बंद है. मगर बांदा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती से ये माफिया भी परेशान है. मुख्तार के बैरक की कभी भी तलाशी ले ली जाती है और माफिया ये सब चुप-चाप खड़े होकर देखता रहता है. यहां तक की मुख्तार अंसारी ने जिले के अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप भी लगाए हैं. मगर मुख्तार का हर कदम उसपर उल्टा ही पड़ रहा है.
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