बदायूं में 7 की जगह वैन में सवार थे 24 बच्चे, 5 की हुई मौत, जानें हादसे के पांच बड़े कारण

अंकुर चतुर्वेदी

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Badaun News: बदायूं जिले के थाना उसावा क्षेत्र में सोमवार सुबह एक स्कूल वैन और स्कूल बस की भिड़ंत होने से ड्राइवर और चार छात्र-छात्राओं की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं इस हादसे में 15 से ज्यादा स्कूली छात्र घायल हो गए. घायलों में से 5 से ज्यादा छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है. बदायूं जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि सभी घायलों का जिला चिकित्सालय एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है.

डीएम ने बताई ये बात

जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि उसावां थाना क्षेत्र के नवीगंज गांव के निकट सोमवार को सुबह लगभग आठ बजे एसआरपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल, गौतरा की मारुति वैन और सत्यदेव इंटर कॉलेज जवाहर नगला की स्कूल बस के बीच आमने-सामने की भीषण भिड़ंत हो गई. डीएम के अनुसार, इस दुर्घटना में ड्राइवर और वैन में सवार चार बच्चों की मौत हो गई जबकि कई छात्र-छात्राएं घायल हुए हैं.

आखिर क्यों हुआ यह हादसा?

इस दुखद हादसे के बाद यूपी तक की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की. यूपी की ग्राउंड रिपोर्ट में वो 5 वजह सामने आई हैं, जिनके कारण यह हादसा हुआ. आइए एक-एक कर सबको जानते हैं.

1- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्कूल वैन में मानकों को दरकिनार कर 24 स्कूली बच्चों को बैठाया गया था. इन बच्चों के अलावा वैन में एक ड्राइवर और एक टीचर भी सवार था. इसी के कारण स्कूल वैन सड़क पर गड्ढे के कारण अनियंत्रित होकर स्कूल बस से जा टकराई।

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2- स्कूल वैन के पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं था. नंबर प्लेट नहीं थी. एक वैन में 7 बच्चे परमिटेड होते हैं. मगर वैन में 7 से कहीं जयादा 24 बच्चे बैठे हुए थे. खबर है कि यह प्राइवेट वैन पिछले 5 महीने से क्षमता से अधिक छात्र-छात्राओं को वैन में ठूस कर चल रही थी. यह वैन स्कूल के प्रबंधक मोहित प्रताप सिंह की नाम पर है. वैन बिना रजिस्ट्रेशन के ही स्कूल वाहन के रूप में चल रही थी.

एआरटीओ अमरेश कुमार का दावा है कि इस वैन को सामान्य वाहन समझकर सितंबर माह में नोटिस भी भेजा गया था. मगर विभाग द्वारा नोटिस दिए जाने के वावजूद भी वैन रोड पर बिना फिटनेस के चलती रही, बल्कि मानक से अधिक बच्चों को बैठा कर खुलेआम कानून से खिलवाड़ करती रही. इस घटना ने ARTO और उनकी टीम द्वारा चलाए अभियान के कागजी दावे की पोल खोल दी है.

3- स्कूल वैन से जो स्कूल बस टकराई है उसमें बैठी छात्रा ने खुलासा किया कि घटना के दिन बस ड्राइवर की जगह हेल्पर बस चल रहा था. सत्यदेव विद्यापीठ कॉलेज की बस में बैठी कक्षा 9 की छात्रा इशिता ने यूपी तक को बताया कि हादसे के समय बस को ड्राइवर नहीं बल्कि हेल्पर चला रहा था.

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4- इस दुखद हादसे का जिम्मेदार कौन है? जब इसकी पड़ताल की गई तब प्रशासन की तरफ से एडीएम (प्रशासन) वीके सिंह ने बताया कि ‘अभी हमारी प्राथमिकता बच्चों के अच्छे इलाज और उनकी सलामती की है, लेकिन इस हादसे का जिम्मेदार कौन है उसकी जांच के लिए जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर तीन सदस्य कमेटी गठित कर दी गई है. इसकी अध्यक्षता जिला राजस्व अधिकारी करेंगे. उनके साथ अधिशासी (अभियंता लोक निर्माण विभाग) और जिला विद्यालय निरीक्षक भी शामिल रहेंगे.’ एडीएम (प्रशासन) वीके सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.

5- बता दें कि स्कूल प्रबंधन और वैन का मालिक मालिक मोहित प्रताप सिंह घटना के बाद से ही फरार है. यूपी तक ने कई बार मोहित से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन लगातार बंद आया. जब हमने स्कूल जाकर प्रबंधन का पक्ष जानना चाहा तो वहां की स्थिति बहुत ही चिंताजनक थ-, क्योंकि स्कूल भवन के बाहर ताला लटका हुआ था. साथ ही स्कूल पर लगे सभी बैनर पोस्टर हटा दिए गए थे. आरोप है कि यह स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहा था. स्कूल की मान्यता को लेकर जब हमने एडीएम (प्रशासन) से सवाल किया तो उन्होंने बस यह कहा की सभी बिंदुओं की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी बना दी गई है.

 

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