युवती का दारोगा पद पर हुआ चयन, परिजन नहीं दे रहे डॉक्युमेंट्स, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, दारोगा के पद के लिए मुरादाबाद निवासी एक युवती का…
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, दारोगा के पद के लिए मुरादाबाद निवासी एक युवती का सलेक्शन हो गया है, लेकिन उसके परिवार वाले सत्यापन के लिए डॉक्युमेंट्स नहीं दे रहा है. परिजनों की नाराजगी का कारण है, युवती द्वारा की गई लव मैरिज. वहीं, इस मामले में युवती ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
युवती द्वारा कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि उसके परिवार वाले उसकी शादी से नाराज हैं. उसका चयन पुलिस उपनिरीक्षक के पद पर हो गया है और उसके डॉक्युमेंट्स नहीं दिए जा रहे हैं, जिन्हें दिलवाया जाए. हाईकोर्ट ने एसपी को निर्देश दिया है कि वह अपनी ताकत का इस्तेमाल कर 15 दिनों में याची के सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र उसे उपलब्ध कराएं. पुलिस भर्ती बोर्ड ने युवती एक माह का वक्त देने का आश्वासन दिया है.
युवती ने और क्या बताया?
युवती ने कोर्ट में कहा हैं कि वो बीटेक फस्ट डिवीजन पास हुई है, वो परिवार की बड़ी लड़की है और वो बालिग भी है. युवती के अनुसार, कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उसके प्रदीप कुमार नमक शख्स से नजदीकी रिश्ते बने थे और बाद में उन्होंने 4 फरवरी 2019 को अपनी मर्जी से शादी कर ली.
वहीं, मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा है कि लड़की की शादी से परिवार वाले नाराज हैं. उन्हें धमकी दी जा रही है, इसलिए पति-पत्नी के जीवन की स्वतंत्रता को सुरक्षित किया जाए, जिससे वो शांतिपूर्वक तरीके से अपना वैवाहिक जीवन बिता सकें. यह आदेश जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने दिया है.
इसके अलावा, कोर्ट ने एसपी मुरादाबाद को निर्देश दिया है कि परिवार को बुलाकर याची के सभी शैक्षणिक दस्तावेज उसे दिलाएं और कहा है कि इसमें कोई ढिलाई की इजाजत नहीं दी जाएगी.
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