कल्लू के पेट की जांच कर रहे बांदा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को भी ये देख आया पसीना, सभी चौंक गए
बांदा में एक शख्स मेडिकल कॉलेज में अपना पेट डॉक्टरों को दिखाने आया. उसके पेट में तेज दर्द रहता था. जब डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो वह भी हैरान रह गए.
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Banda News: आज के दौर में कहा जाता है कि अगर शरीर में कुछ भी समस्या है तो उसे फौरन अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए. दरअसल बांदा के आलिया गांव के रहने वाले 35 साल के कल्लू के पेट में दर्द रहता था. समय के साथ पेट फूलता चला गया. कल्लू ने आस-पास इलाज करवाया. मगर किसी को कुछ समझ नहीं आया. समय के साथ उसकी परेशानी बढ़ती गई और हालत ऐसी हो गई कि पेट में हमेशा दर्द रहने लगा.
काफी समय तक वह इस दर्द को सहता रहा. मगर जब सहन करना मुश्किल हो गया तो वह बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंच गया और उसने डॉक्टरों को अपनी हालत के बारे में बताया. यहां जब डॉक्टरों ने उसके पेट की जांच की तो वह भी हैरान रह गए. उन्हें उसके पेट से वह मिला, जिसकी डॉक्टरों ने उम्मीद तक नहीं की थी.
पेट में था विशालकाय ट्यूमर
दरअसल कल्लू के पेट में कई साल पहले चोट लगी थी. तभी से उसके पेट में तेज दर्द रहने लगा था. अब जब बांदा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उसके पेट की जांच की तो वह हैरान रह गए. जांच में सामने आया कि उसके पेट में 8 किलो और 45 सेंटीमीटर लंबा ट्यूमर पल रहा था.
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इतने बड़े ट्यूमर को पेट में देखकर डॉक्टर भी परेशान हो गए. मगर डॉक्टरों ने उसे ठीक करने की ठान ली. डॉ.अनूप सिंह ने अपनी टीम के साथ कल्लू को ठीक करने का मोर्चा संभाला और उसका इलाज शुरू कर दिया. डॉक्टरों की टीम ने कल्लू का ऑपरेशन किया. ये ऑपरेशन करीब 4 घंटे तक चला और डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक उसके पेट में से 8 किलो और 45 सेंटीमीटर लंबा ट्यूमर निकाल दिया. इस तरह से डॉक्टरों की टीम ने कल्लू की जांच बचाई.
पेट से लेकर अंडकोष तक फैला था ट्यूमर
मेडिकल कॉलेज के सर्जन अनूप सिंह ने यूपीतक से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मरीज जब यहां आया तो उसकी हालत काफी खराब थी. हमने जांच की तो पाया कि ट्यूमर उसके पेट से लेकर अंडकोष तक फैला हुआ था. ये लाखों लोगों में से किसी एक को होता है. जांच में सामने आया है कि मरीज को जन्म से ही ये समस्या थी, जो समय के साथ बढ़ती चली गई.
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डॉक्टर अनूप सिंह ने बताया कि अगर मरीज अपना इलाज ना करवाता तो आने वाले समय में उसकी मौत भी हो जाती, क्योंकि उसके लीवर, फेफड़ों पर लगातार प्रेशर बढ़ रहा था. अब मरीज एक दम सही है.
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