अब BJP MLA को भी निकालनी पड़ गई बंदूक और रातभर…आदमखोर भेड़ियों के कहर से दहशत में बहराइच
UP News: पिछले 40 दिनों से उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का आतंक बना हुआ है. अभी तक करीब 7 बच्चों को भेड़िया उठा ले जा चुका है और इनकी मौत हो चुकी है. 2 दर्जन गांवों में रात के समय लोग बंदूक लेकर रातभर अपने परिवारों की रक्षा कर रहे हैं.
ADVERTISEMENT

UP News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. अभी तक कई मासूमों को भेड़ियों ने अपना शिकार बना लिया है. कम से कम 7 बच्चों की मौत हो चुकी है. मगर भेड़ियों के आतंक से मुक्ति पाने का कोई रास्ता नहीं निकल रहा है. पिछले 40 दिनों से पूरा क्षेत्र आदमखोर भेड़ियों के भय से कांप उठा है.
बता दें कि महसी इलाके के करीब दो दर्जन गांवों के ग्रामीण सारी-सारी रात जागकर अपने गांव में इन आदमखोर जानवरों से अपने बच्चों की रखवाली कर रहे हैं. अब ग्रामीणों की परेशानी और आदमखोर भेड़ियों का आतंक देखते हुए महसी इलाके के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने भी अपनी लाइसेंसी बंदूक निकाल ली है. भाजपा विधायक अपनी लाइसेंसी बंदूक के साथ रात-रात भर ग्रामीणों से मिल रहे हैं और उन्हें हिम्मत दे रहे हैं. वह खुद आदमखोर भेड़ियां प्रभावित इलाकों में रात के समय जा रहे हैं और परेशान जनता से भी मिल रहे हैं.
बचाव के तरीके बता रहे भाजपा विधायक
बता दें कि भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह परेशान ग्रामीणों को हिम्मत दे रहे हैं और आदमखोर भेड़ियों से बचाव करने का तरीका भी बता रहे हैं. भाजपा विधायक का कहना है कि पिछले काफी दिनों से इन इलाकों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक बना हुआ है. लोग डरे हुए हैं. वन विभाग और प्रशासन लगातार जुटा हुआ है. यहां लोग काफी डरे हुए हैं.
यह भी पढ़ें...
आखिर बहराइच में ये हो क्या रहा है?
दरअसल पिछले करीब 40 दिनों से बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र अंतर्गत हरदी थाना क्षेत्र के दो दर्जन गांवों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक बना हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक भेड़िए 7 बच्चों को मार चुके हैं. वन विभाग द्वारा भी बच्चों के मारे जाने की बात की जा रही है. फिलहाल लगातार क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों का डर बढ़ रहा है. ग्रामीण रातभर डंडा लेकर और एक साथ रहकर अपने-अपने बच्चों और परिवार की रक्षा कर रहे हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी?
इस पूरे मामले पर डीपीआरओ राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया, इस इलाके के लोग अक्सर अपने घर के बाहर सोते हैं. ऐसे में ऐसी घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है. लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने बच्चों को लेकर घर के अंदर सोए. मामले पर नजर है. वन विभाग भी लगातार जुटा हुआ है.